Kerela इन दिनों सदी की सबसे मूसलाधार बारिश और भीषण बाढ़ के कहर का असर झेल रहा है। हालांकि अब वहां महामारी फैलने की चिंता सता रही है।
Kerela : लाखों लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर
भारी बारिश, बाढ़ आैर भूस्खलन ने अब तक 200 से ज्यादा जिंदगियों में अन्धकार ला दिया है। इसके अलावा करीब 6.33 लाख लोग राज्य के 3000 राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। सशस्त्र सेनाओं के जवान केरल में बाढ़ पीडि़तों की जान बचाने में जुटे हैं। हालांकि उम्मीद है की जल्द ही केरल बारिश थम जायेगी।
मौसम विभाग : बारिश थमने की उम्मीद
अगले चार से पांच दिन तक तेज बारिश के आसार नही दिख रहे हैं। एेसे में बारिश की गति धीमी होने से यहां के बिगड़े हालातों पर तेजी से काबू पाया जा सकता है। इसके अलावा आने वाले दिनों में यहां जलस्तर भी तेजी से घट सकता है। केरल की मदद के लिए केंद्र सरकार भी 100 करोड़ से अधिक का बजट जारी कर चुकी है। इसके अलावा दूसरे राज्यों से भी केरल को करोड़ों में आर्थिक मदद भेज जा रही है।
आर्थिक मदद देने का एेलान
तेलंगाना ने 25 करोड़, पश्चिम बंगाल ने 10 करोड़ रुपये, आेडिशा ने 5 करोड़ रुपये, मणिपुर ने 2 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद देने का एेलान किया है। वहीं अब शासन से लेकर प्रशासन को आशंका है कि बारिश आैर बाढ़ के बाद अबकेरल के राहत शिविरों में महामारी का खतरा फैल सकता है। एेसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले ही कमर कस ली है। केंद्र ने महामारी रोगों को रोकने के लिए बाढ़ से पीड़ित केरल में 3,757 चिकित्सा शिविर स्थापित किए हैं।
जलस्तर घटने पर महामारियों का सिलसिला शुरू
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अब तक किसी महामारी के फैलने की खबर नहीं है। जलस्तर घटने पर महामारियों का सिलसिला शुरू हो सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से हर दिन जांच करने को कहा गया है। केंद्र ने 90 प्रकार की दवाइयों की पहली खेप भी केरल भेज दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया कि उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा से भी बात की है और वह लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं।