लखनऊ। किसान दिवस Farmer Day के रूप में चौधरी चरण सिंह का जन्मदिवस मना कर हमे उन्हे याद कर सकते हैं यह बात सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए कही। पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों के रहनुमा चौधरी चरण सिंह जी की 116वीं जयंती आज समाजवादी पार्टी कार्यालय, लखनऊ में मनाई गई। चौधरी साहब के चित्र पर पूर्व रक्षामंत्री मुलायम सिंह यादव एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने माल्यार्पण कर उनके कार्यों का स्मरण किया।मुलायम सिंह यादव ने कहा कि चौधरी साहब किसानों के साथ आम आदमी के हक की लड़ाई लड़ते रहे थे।
हम आज Farmer Day मनाकर
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर हम आज ‘‘किसान दिवस‘ Farmer Day मनाकर उन्हें दिल से याद कर रहे हैं। उन्होंने ही किसानों को राजनीतिक विमर्श का केन्द्र बनाया था। वर्तमान सरकार अगर उनका संदेश याद रखती तो आज किसानों और कृषि की इतनी उपेक्षा नहीं होती।
श्री यादव ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक सच्चाई है कि किसानों की दिल्ली में दस्तक देने का श्रेय चौधरी साहब को ही जाता है। केन्द्रीय वित्तमंत्री के रूप में चौधरी साहब ने पहली बार केन्द्रीय बजट का 70 प्रतिशत हिस्सा गांवों के उत्थान, किसानों की उन्नति और कृषि की तरक्की के लिए रखा था। उनके पद चिह्नों पर चलते हुए उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार ने अपने बजट में 75 प्रतिशत धनराशि गांव-खेती और किसानों के लिए रखी थी।
कृषि की उपेक्षा से आर्थिक संकट
श्री यादव ने कहा कि कृषि की उपेक्षा से आर्थिक संकट उत्पन्न हो रहा है। रोजगार का संकट है। खेती को लेकर सरकारी नीतियां स्पष्ट नहीं है। देश आज जिन समस्याओं से जूझ रहा है चौधरी साहब की नीतियों में उनका समाधान पाया जा सकता है। श्री चरण सिंह भ्रष्टाचार और जातिवाद के भी घोर विरोधी थे। उन्होंने एक सच्चे गांधीवादी के तौर पर सादगी और शुचिता के साथ अपना जीवन जिया। वे राजनीति में आ रही विकृतियों के विरोधी थे। समाजवादी पार्टी चौधरी चरण सिंह जी के विचारों पर चलने के लिए संकल्पित है।
चौधरी चरण सिंह जी को श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में प्रमुख थे सर्वश्री अहमद हसन, राजेन्द्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल, एसआरएस यादव, अरविन्द कुमार सिंह, विजय सिंह यादव, रामसागर यादव, मधुकर त्रिवेदी, मणेन्द्र मिश्र, शब्बीर बाल्मीकि, अजीज खान, मगरूब कुरैशी, अनूप बारी, मुनीर अहमद खान, जेडयू खान, महेश चैरसिया, दिलीप कमलापुरी आदि सैकड़ों नेता उपस्थित रहे।