प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच शनिवार को महाबलीपुरम के ताज होटल कोव रिजॉर्ट में दूसरी अनौपचारिक बैठक हुई। दोनों नेताओं के बीच यह बैठक 55 मिनट तक चली। इस बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार और अंतरार्ष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय मुद्दे पर चर्चा हुई। इससे पहले पीएम मोदी ने मोदी ने चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग का होटल पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया।
इसके बाद दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई। इसमें भारत की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विजय गोखले मौजूद रहे।
इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि चीन और तमिलनाडु राज्य के बीच गहरे सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं। पिछले 2 हजार सालों के अधिकांश कालखंड में भारत और चीन दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां थीं। उन्होंने कहा कि वुहान में पिछले साल भारत और चीन के बीच हुई पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता से हमारे संबंधों में नई स्थिरता आई और एक नई गति मिली। दोनों देशों के बीच रणनीतिक संचार भी बढ़ा है।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि कल प्रधानमंत्री जी जैसा आपने कहा था, आपने और मैंने दोस्तों की तरह खुलकर बातचीत की। दोनों ने द्विपक्षीय संबंधों पर भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि हम वास्तव में आपके अतिथि सतकार से अभिभूत हैं। मैंने और मेरे साथियों ने बहुत दृढ़ता से महसूस किया है। यह मेरे और हमारे लिए एक यादगार अनुभव होगा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वुहान शिखर सम्मेलन ने हमारे संबंधों में एक नई गति और विश्वास पैदा किया और आज का ‘चेन्नई विजन’ भारत-चीन संबंधों में एक नए युग की शुरुआत है।