फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल फीवर से हो रही मौतों के बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सोमवार को फ़िरोज़ाबाद पहुंचे। उन्होंने यहां मेडीकल कालेज में भर्ती मरीज़ों का हाल चाल जाना वहीं सुदामा नगर पहुंचकर बीमारी के कारणों को जानने की कोशिश की। अपने निर्धारित कार्यक्रम अनुसार 1.30 बजे पुलिस लाइन हैलीपेड पर आगमन के पश्चात् वह जनपद के प्रभारी मंत्री ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम विकास राजेन्द्र प्रताप सिंह ‘‘मोती सिंह‘‘ व नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार आशुतोष टण्डन के साथ सीधे राजकीय चिकित्सालय पहुंचकर डेंगू व वायरल बुखार से पीडित बच्चों के एक-एक कर सभी वार्डों में जाकर बच्चों के स्वास्थ्य व चल रहे उपचार की जानकारी प्राप्त की।
उन्होने डेंगू से पीडित बच्चा अनुज पुत्र पुनेन्दु शर्मा से बात की औऱ खाने को फल दिए, इसी प्रकार से उन्होने सभी वार्डों में जाकर मरीजों से सीधी बात कर उनको जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की और चल रहे इलाज के सम्बन्ध में वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. एलके गुप्ता से पूरी जानकारी प्राप्त की और निर्देशित किया कि वह बच्चों का बेहतर उपचार व उनके स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण करते रहें।
निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री ने वहीं चिकित्सालय हाॅल में बैठकर नगर विकास, स्वास्थ्य सचिव, मण्डलायुक्त आगरा मण्डल आगरा, आईजी जोन आगरा, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, प्राचार्या मेडिकल काॅलेज, मुख्य चिकित्साधिकारी सहित सम्बन्धित प्रदेश स्तरीय व मण्डलीय अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हे जल्द डेंगू व वायरल बुखार पर नियंत्रण पाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होने स्वास्थ्य विभाग व नगर विकास विभाग के अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिलाधिकारी फिरोजाबाद के द्वारा निरंतर दिनांक 20, 23, 27 अगस्त को पत्र लिखे जाने के बाद भी उनका संज्ञान क्यों नही लिया गया गया और समय से मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा शासन को अवगत क्यों नही कराया गया।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य व शिक्षा एवं स्थानीय मेडिकल टीम के साथ संयुक्त रूप से जांचकर पता लगाऐं कि डेंगू के अलावा मृत्यु होने का अन्य कोई कारण तो नही है। उन्होने कहा कि जांच कर इसकी गहराई तक जाऐं इसके लिए पीडित मरीजों के ब्लड़ सैम्पल लेकर पीजीआई लखनऊ को भिजवाया जाऐं। उन्होने ब्लड बैंक की जानकारी लेते हुए कहा कि कैम्प लगाकर ब्लड डोनेट कराया जाऐं, इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनधियों का भी पूरा सहयोग लिया जाए। उन्होने कहा कि किसी भी मरीज की प्लेटलेट्स कम होने पर तुरंत ब्लड चडाया जाऐं और इलाज में कोई कोताई न बरती जाए। उन्होने निर्देश दिए कि कोविड-19 हाॅस्पीटल को डेेलीगेटेड आइसोलेशन वार्ड के रूप में संचालित किया जाए। उन्होने निर्देश कि स्वच्छता का विशेष अभियान चलाकर गली, मोहल्लों व शहर को स्वच्छ बनाया जाए और निरंतर फोगिंग व एण्टीलार्वा का छिड़काव किया जाए।
उन्होने यह भी कहा कि जनपद में संचारी रोगों से बचने के लिए जनजागरूकता अभियान भी चलाया जाए। उन्होने स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिए कि वह जनपद में तत्काल 15 सीनीयर पैरा मेडिकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ तैनात कराऐं और एम्बुलेंस की संख्या भी बडाई जाए। उन्होने कहा कि डेंगू से ग्रसित व वायरल बुखार से ग्रसित मरीजों को अलग-अलग वार्ड में भर्ती रखा जाए। बैठक के दौरान उन्होने नगर विकास सचिव, को निर्देश दिए कि वह नगर निगम में रिक्त अधिकारियों के पद पर तैनाती सहित मैनपावर और बड़ाई जाऐं। इसके उपरांत मुख्यमंत्री डेंगू व वायरल ग्रसित क्षेत्र सुदामा नगर का भ्रमण किया। भ्रमण कर वहां की स्थिति को जाना और पीड़ित कृष्णा पुत्र पुष्पेन्द्र के घर पहुंचकर परिजनों से वार्ता की।
रिपोर्ट-मयंक शर्मा