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पर्यटन के लिहाज से अयोध्या को दुनिया का श्रेष्ठतम शहर बनाना चाहते हैं सीएम योगी

विश्व के पर्यटन नक्शे पर अयोध्या का शुमार दुनिया के श्रेष्ठतम शहरों में हो, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ये मंशा है। उनकी इसी मंशा के तहत अयोध्या को दुनिया का सबसे खूबसूरत धार्मिक पर्यटन शहर बनाने का कार्य हो रहा है। शहर की तमाम सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है।

शहर में कारों के लिए मल्टीलेवेल पार्किंग बनाने तथा अयोध्या के बस एवं रेलवे स्टेशन को नया रुप दिया जा रहा है। अयोध्या को सोलर सिटी बनाए जाने की भी तैयारी  है। अयोध्या को विश्वस्तरीय मेगा सिटी बनाने के प्लान पर भी कार्य किया जा रहा है।

अयोध्या आने वालों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कराए जा रहे इन विकास कार्यों की भौतिक प्रगति जानने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शीघ्र ही अयोध्या जाएंगे।

अपने अयोध्या दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में कराए जा रहे विकास कार्यों को मौके पर जा कर देखेंगे, ताकि सभी विकास कार्य तय समय में पूरे हो।

वैसे भी मुख्यमंत्री को मंडलीय समीक्षा से लेकर समय-समय पर अयोध्या के विकास को लेकर होने वाले प्रस्तुतिकरण के जरिए वह सारे कार्यों और योजनाओं पर नजर रखते हैं।

सभी को पता है कि अयोध्या को वैश्विक पर्यटन के नक्शे पर और मजबूती से मौजूदगी दर्ज कराने के लिए उनके द्वारा शुरु दीपोत्सव की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका रही।

सीएम की मंशा अयोध्या के साथ इसके 84 कोसीय परिक्रमा के दायरे में आने वाले सभी धार्मिक, पौराणिक और ऐतिहासिक स्थलों का जीर्णोद्धार भी शामिल है।

इसके तहत 84, 14 और पंचकोसी परिक्रमा में आने वाले सभी ऐसे स्थलों का सुंदरीकरण, परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह छाजन के साथ अन्य बुनयादी सुविधाओं की व्यवस्था, पैदल परिक्रमा करने वालों के लिए कच्चा मार्ग आदि का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।

यही नहीं मखौड़ा जैसे प्रमुख स्थलों के विकास के लिए तो अलग से भी कार्ययोजना तैयार की गयी है। मालूम हो कि बस्ती के हर्रैया तहसील स्थित मखौडा़ धाम में राजा दशरश ने अपने गुरु वशिष्ठ और श्रृंगी ऋषि के मार्गदर्शन में पुत्रकामेष्टि यज्ञ का आयोजन किया था।

अलग-अलग परिक्रमा मार्गो पर ऐसे और भी कई पौराणिक स्थान हैं जिनका भगवान श्रीराम से संबंध है। ऐसे सभी स्थानों का विकास योगी सरकार के एजेंडे में है।

इससे पर्यटन भी बढ़ेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के मौके भी। रही अयोध्या के विकास की बात तो वहां तो कायाकल्प की ही तैयारी है। आने वाले समय में घाट से लेकर सड़क और रेलवे स्टेशन तक का स्वरूप बदल जाएगा। एयरपोर्ट के साथ इसे जोड़ने वाली फोर लेन की सड़कें अलग से होंगी।

देश दुनिया से वहां अपने आराध्य के दर्शन करने वालों पर अमिट छाप छोड़ने के लिए भगवान श्रीराम के भव्यतम और दिव्यतम मंदिर, प्रभु श्री राम की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, वैदिक और आधुनिक सिटी के समन्वित मॉडल के रूप में नव्य अयोध्या के अलावा और भी बहुत कुछ होगा।

कुछ काम हो रहे हैं और कई पाइपलाइन में हैं। सरकार अयोध्या के विकास का नया मॉडल तैयार करा रही है। इसके लिए विश्वस्तरीय सलाहकार को नियुक्त करने का फैसला किया गया है।

इसके लिए आवास विभाग ने रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी किया है। विश्व स्तरीय सलाहकार द्वारा अयोध्या के विकास का जो मॉडल तैयार किया जाएगा, आवास विभाग उसके आधार पर विकास प्राधिकरण के माध्यम से काम कराएगा।

इसके आलावा प्रदेश एवं केंद्र सरकार ने अयोध्या की विकास परियोजनाओं के लिए खजाना खोल रखा है। जिसके तहत अयोध्या आने वाली रेलवे लाइन का दोहरीकरण के साथ भविष्य की जरूरतों के अनुसार रेलवे स्टेशन का सुंदरीकरण और विस्तारीकरण होना है।

अयोध्या से सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 330 से एयरपोर्ट तक चार लेन की सड़क का नवनिर्माण होना है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अयोध्या धाम से बाईपास के लिए सोहावल से विक्रमजोत तक का प्रस्ताव बना रहा है।

करीब 1500 करोड़ रुपये की लागत से रायबरेली से अयोध्या तक चार लेन की सड़क के चौड़ीकरण का कार्य भी होना है। सरयू की अविरलता और निर्मलता बरकरार रखने के लिए वहां आधुनिकतम सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे।

अयोध्या में कराए जा रहे इन सारे विकास कार्यों की मुख्यमंत्री अयोध्या में समीक्षा करेंगे और मौके पर जाकर उनकी प्रगति को भी देखेंगे। इसकी जानकारी होने पर अब अयोध्या में भजन संध्या स्थल, क्वीन हो मेमोरियल पार्क, रामकथा पार्क का विस्तारीकरण, रामकथा गैलरी,आधुनिक बस स्टैंड,मल्टी लेवल पार्किंग,

राम की पैड़ी का सुंदरीकरण, सड़क और फुटपाथों का नवीनीकरण, हनुमानगढ़ी-कनक भवन मार्ग का नवीनीकरण, लक्ष्मण किला घाट का विकास,गुफ्तार घाट का सुंदरीकरण, राम की पैड़ी पर पंप हाउस,पार्ट बी का निर्माण, अंतरराष्ट्रीय रामलीला केंद्र,

सांस्कृतिक आडीटोरियम, दशरथ महल, सत्संग भवन, यात्री सहायता केंद्र और रैनबसेरा,ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, पंचकोशी परिक्रमा मार्ग पर छाजन, दिगंबर अखाड़ा में मल्टीपरपज हाल आदि के निर्माण को लेकर तेजी आ गई है।

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