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हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिलेंगी परिवार नियोजन की सेवाएं*
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आज से शुरू होगा जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Sunday, July 10, 2022
कानपुर। दो बच्चों के जन्म में अंतर रखने और परिवार नियोजन के नवीन गर्भनिरोधक साधनों को अपनाने की इच्छा रखने वालों को उनके घर के नजदीक के स्वास्थ्य केंद्रों पर ही यह सेवाएँ मुहैया कराई जा रही हैं। यह जानकारी एसीएमओ व परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ एसके सिंह ने दी।
डाॅ सिंह ने कहा कि जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर परिवार नियोजन की सेवाएं निःशुल्क उपलब्ध हैं। इस बार विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) को जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ‘परिवार नियोजन परामर्श दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। इस संबंध में शासन की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय, समस्त ग्रामीण पीएचसी व सीएचसी, शहरी सीएचसी एवं जिले के शहरी पीएचसी सहित समस्त हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर परिवार नियोजन की निःशुल्क सेवाएं मिल रहीं हैं। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ अफसर (सीएचओ) की मदद से लाभार्थी की स्थिति के अनुसार उन्हें परिवार नियोजन अस्थाई साधनों की जानकारी और परामर्श दिया जा रहा है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पुरुषों के लिए कंडोम और महिलाओं के लिए त्रैमासिक गर्भ निरोधक अंतरा इंजेक्शन, और खाने की गर्भनिरोधक गोलियां माला एन व छाया उपलब्ध हैं।
जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक (डीसीपीएम) योगेंदर पाल ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस के आयोजन से पूर्व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। यहाँ कार्यरत सभी महिला एवं पुरुष सीएचओ को परिवार नियोजन काउंसलिंग को लेकर प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
11 से 24 जुलाई तक चलेगा जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा –
उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी राजेश यादव ने बताया कि जिले में 11 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस दौरान समुदाय को जागरूक करने के लिए विभिन्न स्तरों पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। पखवाड़ा के दौरान हर दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) तथा हेल्थ वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) पर परिवार नियोजन के सभी साधनों का काउंटर बनाया जाएगा।
इस बार पखवाड़े की थीम ‘परिवार नियोजन का अपनाओ उपाय-लिखो तरक्की का नया अध्याय’ है। थीम का मुख्य उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना और लोगों को सीमित परिवार के बारे में जागरूक करने के साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम को गति देना है।
रिपोर्ट – शिव प्रताप सिंह सेंगर