• गांधी परिवार के कल्याण की नीति से नाराज कांग्रेसी कर रहे है पार्टी को टाटा बाय बाय
• पीएम मोदी के लिए पूरा देश ही परिवार तथा देशवासियों का कल्याण एकमात्र लक्ष्य
• विपक्ष के गले नहीं उतर रहा है देश व देशवासियों के लिए पीएम मोदी का समर्पण
• राष्ट्रवादी व परिवारवादी ताकतों के बीच में लोकसभा का चुनाव
• एमवीए में सीट बटवारे को लेकर जारी सिर फुटव्वल थमने का नाम नहीं ले रही
• नीति नीयत और नेतृत्व के मामले में एमवीए हुआ दिवालिया
महाराष्ट्र प्रदेश के वर्धा एवं चंद्रपुर जनपद की लोकसभाओ में आयोजित बूथ, शक्ति केंद्र, मंडल अध्यक्ष, जिला पदाधिकारी, लोकसभा एवं विधानसभा विस्तारक, सुपर वॉरियर्स, एवं सोशल मीडिया टीम की अलग-अलग बैठकों को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र भाजपा के चुनाव प्रभारी, राज्यसभा सांसद तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के प्रथम परिवार के दामाद जी की हसरतें भी अब हिलोरे लेने लगी हैं तथा उनकी बेताबी बताती है कि अब वे भी सांसद बनकर परिवारवादी बेल के पुष्प बनना चाहते हैं।
राबर्ट वाड्रा के बयान पर उक्त तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रथम परिवार के सदस्य की इच्छा बताती है कि परिवार का कल्याण ही देश की सबसे पुरानी पार्टी का एकमात्र उद्देश्य रह गया है। इसी कारण से अब पुराने कांग्रेसी पार्टी को टाटा बाय बाय कर रहे हैं। देशहित के बारे में सोचने वाला व्यक्ति सही मायने में ऐसी पार्टी में एक पल भी नहीं ठहर सकता है। एक ओर कांग्रेस है जिसके लिए केवल पहले परिवार का कल्याण ही अहमियत रखता है।
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वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए पूरा देश ही परिवार है और वे देश के एक एक व्यक्ति के कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं। मोदी का देश और जनता के लिए समर्पण विपक्ष के गले नहीं उतर रहा है। प्रधानमंत्री पर अनर्गल तथा निजी टिप्पणियां भी की जा रही है पर वे अपने कर्तव्य पथ पर निरंतर मजबूत संकल्प के साथ आगे बढ रहे हैं। जनता इस अन्तर को देख भी रही है और समझ भी रही है तथा मतदान करते समय अपना फैसला 2014 और 2019 की तरह फिर भाजपा के पक्ष में सुनाएगी। असल में यह चुनाव ही परिवारवादी, अवसरवादी ताकतों व राष्ट्रवादी पार्टी के बीच में है।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि एमवीए में सीट बटवारे को लेकर जारी सिर फुटव्वल थमने का नाम नहीं ले रही है तथा विवाद के सुलझने की कोई संभावना नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बेमेल गठबंधन है जिसका उद्देश्य जनहित नहीं बल्कि निजी हित है। ये दल नीति नीयत तथा नेतृत्व के मामले में दिवालिया हो चुके है। इनके लिए राजनीति सेवा नहीं व्यापार की तरह है। इसका उदाहरण है कि ढाई साल सत्ता में रही एमवीए सरकार ने मेट्रो के कार्य को भी रोक दिया था।
विकास विरोधी सरकार के निर्णय से जनसुविधाओं के विकास में देरी हुई है। अब महायुति सरकार ने एक बार फिर तेजी से मेट्रो के कार्य को आरंभ कराया है। वर्तमान सरकार महाराष्ट्र की पहचान को संरक्षित करने का भी कार्य कर रही है। गुलामी की निशानियों को हटाया जा रहा है। कई शहरों के नाम भारत की पहचान के अनुसार बदले गए हैं।
डॉ शर्मा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पीएम के 400 पार के लक्ष्य को पूरा करने में महाराष्ट्र 48 सीटों के साथ बड़ी भूमिका निभाने वाला है। इस बार राज्य में हार-जीत के पिछले सभी आंकड़े ध्वस्त हो जाएंगे।
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प्रेस वार्ता में महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार पर बरसते हुए डॉ शर्मा ने कहा कि उस समय तो भगवान राम के मंदिर के शिलान्यास पर उत्सव मनाने वालों के खिलाफ उद्धव सरकार ने कार्रवाई की थी और उन्हें काफी प्रताड़ित किया था। इसी प्रकार हनुमान चालीसा का पाठ करने पर एक सांसद के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई थी। दअरसल महाविकास अघाड़ी एक ऐसी सरकार थी जिसने सनातन के अनुयायियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
उन्होंने कहा कि ईश्वर के स्मरण का अधिकार बाबा साहब के संविधान ने हमें दिया है, पर उद्धव सरकार ने उस संवैधानिक अधिकार की धज्जियां उड़ाने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी थी। असल में उद्धव ने पहले हिंदुत्व का चोला पहन रखा था, जिसे कांग्रेस से दोस्ती के बाद उन्होंने उतार फेंका था। यह वही उद्धव ठाकरे की सरकार थी जब पालघर में साधु की हत्या हुई थी, जनता यह सब भूली नहीं है।
उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व का नकली चेहरा पहने उद्धव ने यह सब उस समय किया जब उनकी सरकार थी इस प्रकार हिंदुत्व का नकली चेहरा उतर गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी बची-खुची शिवसेना और कुनबा पार्टी राकांपा के पाप का घड़ा भर चुका है। उन्होंने जनता के संवैधिानिक अधिकारों का हनन किया था, पर अब जनता इस चुनाव में उनसे हिसाब चुकता करेगी।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री रामतीर्थ में आ रहे हैं तथा वहां पर एक ऐतिहासिक समागम होगा। प्रधानमंत्री का वहां उदबोधन होगा जहा मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम ने विश्राम किया था। वहां राम मन्दिर भी बना हुआ है।प्रधानमंत्री विदर्भ क्षेत्र के लोगों को संबोधित करेंगे।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही गृहमंत्री अमित शाह विदर्भ में भाजपा के पक्ष में सभा करने जा रहे हैं। डॉ शर्मा ने कहा कि अमित शाह का ऐसा दूरदर्शी और दृढ़संकल्पित नेतृत्व है जिसने कश्मीर की 70 साल की समस्या को 70 मिनट में समाप्त कर दिया था। उन्होंने कहा कि यह चुनाव मूल रूप से राष्ट्रवादी ताकतों और परिवारवादी एवं अवसरवादी ताकतों के बीच का चुनाव है, जिसमें परिवारवादियों का इंडी गठबंधन परास्त होगा।
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उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पीएम मोदी देश की तीसरी बार कमान संभालेंगे और लोग जून में एक बार फिर पीएम के मन की बात सुनेंगे। उन्होंने कहा कि ये जो परिवारवादी दल हैं, ये पूरी तरह अवसादग्रस्त हैं और आने वाले समय में भाजपा 400 पार के प्रचंड बहुमत के साथ देश में सरकार बनाएगी और विपक्ष इस चुनाव में मिलकर भी इतने सांसद नहीं जुटा पाएगा कि संसद में नेता प्रतिपक्ष बन सके। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विदर्भ का नागपुर भाजपा शासन में हुए विकास की गवाही दे रहा है।
आज सड़क, सड़क के ऊपर पुल और पुल के ऊपर मेट्रो के रूप में इस प्रकार का इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट हो रहा है जो उद्योग लगाने की पहली शर्त होता है। इससे देश में औद्योगिक क्रांति आई है और रोजगार के अवसर बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने दूसरे कार्यकाल में नई शिक्षा नीति बनाई है, जिसमें रोजगार पर विशेष जोर दिया गया है। दूसरे कार्यकाल में इतने शिक्षा संस्थान बनाए गए हैं, जितना पिछले 70 साल में नहीं बने।