कोलंबो स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय आवास परियोजना के तहत श्रीलंका के वृक्षारोपण क्षेत्रों में 10 हजार घरों के निर्माण को शीघ्र शुरू करने के लिए पहल की है। दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए लिखा भारतीय दूतावास ने भारतीय आवास परियोजना के तहत श्रीलंका के वृक्षारोपण क्षेत्रों में 10 हजार घरों के निर्माण को जल्द शुरू करने के लिए एनएचडीए श्रीलंका और राज्य इंजीनियरिंग निगम के साथ अलग-अलग समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। ये घर 6 प्रांतों में फैले 11 जिलों को कवर करते हैं।
इस परियोजना के चौथे चरण के तहत 10 हजार घरों का निर्माण होना है। इससे पहले के चरणों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सैकड़ों लोगों को घर सौंप चुके हैं, जिनमें प्रमुख तौर पर भारतीय मूल के तमिल समुदाय के नागरिक शामिल हैं।
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भारत की ओर से श्रीलंका के चाय बागान क्षेत्रों में भारतीय मूल के लोगों के लिए 35 करोड़ डॉलर की लागत से कुल 60 हजार घर बनाने की योजना है।
अगस्त 2018 में नुवारा एलिया के केंद्रीय जिले में घरों की पहली खेप सौंपते हुए पीएम मोदी ने कहा था भारत अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति में श्रीलंका को विशेष स्थान पर रखता है। घर बनाने के लिए 350 मिलियन डॉलर का अनुदान किसी भी देश में भारत द्वारा दिए गए सबसे बड़े अनुदानों में से एक है।
अक्टूबर 2023 में अपनी श्रीलंका यात्रा के दौरान विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात की थी और उस दौरान दोनों पक्षों ने 10 हजार घरों के निर्माण के लिए भारतीय आवास परियोजना के चरण-4 के संबंध में समझौते एवं स्वीकृति पत्र का आदान-प्रदान किया था।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी