रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा को अवसर में बदलने का आह्वान किया था। इसकी पहल भी केंद्र सरकार द्वारा की गई। इसके अंतर्गत आत्म निर्भर अभियान का शूभारम्भ किया गया। सबसे बड़े राज्य के रूप में उत्तर प्रदेश के योगदान को भी स्वीकार किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके लिए कटिबद्ध है। इसके लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने योगी आदित्यनाथ की सराहना भी की है। उन्होंने इसका उल्लेख अपनी उत्तर प्रदेश वर्चुअल रैली में किया।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने करीब पौने दो लाख करोड़ रुपये के गरीब कल्याण पैकेज और बीस लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत अभियान से देश की अर्थव्यवस्था से लेकर गाँव,गरीब और किसानों की खुशहाली का नया रास्ता निकाला है। यह तीन साल में भारत को आत्मनिर्भर बनाने का विजन है। केंद्र सरकार द्वारा दिये जा रहे पैकेज तीन साल में भारत को आत्मनिर्भर बनाने का विजन है। इस पैकेज के तहत एमएसएमई के लिए साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये, कृषिगत इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए एक लाख करोड़ रुपये पचास लाख स्ट्रीट वेंडर्स के लिए पांच करोड़ रुपये और प्रवासी मजदूरों के लिए शुरूआती पैंतीस सौ करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। वोकल फॉर लोकल अभियान में उत्तर प्रदेश इससे काफी अधिक लाभ ले सकता है। यहाँ लोकल प्रोडक्ट्स के लिए काफी संभावनाएं हैं।
आगरा में लेदर इंडस्ट्री,लखनऊ में चिकन एम्ब्रायडरी,कन्नौज में इत्र,बुलंदशहर में पोट्री, वाराणसी में टेक्सटाइल, मेरठ में स्पोर्ट्स प्रोडक्ट और मुरादाबाद में तांबा उद्योगों को नई दिशा मिल सकती है। आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में यूपी सरकार द्वारा शुरू की गई वन डिस्ट्रिक्ट,वन प्रोडक्ट योजना काफी सराहनीय है जो न केवल देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार भी पैदा करेगी। पचास हजार करोड़ रुपये की लागत से एक सौ सोलह जिलों में प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने की योजना की शुरुआत की गई। इनमें उत्तर प्रदेश के इकतीस जिले है। कोविड संक्रमण के दौरान उत्तर प्रदेश में लगभग दो करोड़ किसानों को अड़तीस सौ करोड़ रुपये दिए गए,डेढ़ करोड़ महिलाओं को गैस सिलिंडर उपलब्ध कराया गया। सवा तीन करोड़ महिला जन धन खाताधारकों को पांच पांच सौ रुपये की तीन किस्तें दी गई,अन्न योजना के तहत राज्य के करीब पौने सात करोड़ लोगों को फायदा पहुंचा। कोविड केयर फंड के तहत यूपी को बारह सौ बीस करोड़ रुपये की सहायता दी गई। उत्तर प्रदेश में दो करोड़ साठ लाख करोड़ एलईडी बल्ब वितरित किये गए जिससे सालाना करीब साढ़े तेरह सौ करोड़ रुपये की बिजली की बचत हुई।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत राज्य में करीब दो करोड़ टॉयलेट्स का निर्माण किया गया। सौभाग्य योजना के तहत प्रदेश के करीब सवा करोड़ घरों में बिजली पहुंचाई गई। जेपी नड्डा ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने कोरोना के खिलाफ प्रभावी लड़ाई लड़ी है। उत्तर प्रदेश ने सबसे पहले श्रमिक पैकेज की घोषणा करते हुए बीस लाख से अधिक रजिस्टर्ड मजदूरों के खाते में एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई। इसी तरह सत्ताईस लाख से अधिक मनरेगा मजदूरों को छह सौ ग्यारह करोड़ रुपये दिए गए। लगभग तैतीस लाख लोगों को तीन सौ बत्तीस रोड़ रुपये की सहायता पहुंचाई गई। यूपी ने इतने कम समय में एक लाख आइसोलेशन बेड और छब्बीस हजार क्वारंटाइन बेड तैयार किया। साथ थी, उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य था जिसने डिस्ट्रिक्ट लेवल तक वेंटिलेटर को पहुंचाया। योगी सरकार ने बारह हजार छात्रों की घर वापसी कराई और सोलह सौ से अधिक ट्रेनों में पैंतीस लाख प्रवासी मजदूरों को अपने घर लाने में मदद की। उत्तर प्रदेश सरकार ने साढ़े तीन लाख छात्रों और मजदूरों को भी उनके गृह राज्य पहुंचाया है। यूपी सरकार ने उत्तर प्रदेश के रास्ते बिहार और अन्य राज्यों को जाने वाले प्रवासी मजदूरों के कल्याण के लिए भी कई प्रभावी कदम उठाये।
जेपी नड्डा ने चीन का मसला भी उठाया। इसपर कांग्रेस के बयानों को आपत्तिजनक बताया।चीन के विरुद्ध देश की जनभावना को समझने में का कांग्रेस एक बार फिर नाकाम हुई है। इस समय चीन के प्रति नाराजगी है। शहीद हुए बीस भारतीय जांबाजों के प्रति गहरी संवेदना है। चीनी सामान के बहिष्कार का स्वतःस्फूर्त अभियान चल रहा है। यह माना जा रहा है कि नरेंद्र मोदी चीन की चिर परिचित हेकड़ी में आने वाले नहीं है। यह भी खुलासा उजागर हुआ कि चीन की नाराजगी सीमा पर भारत द्वारा की जा रही रक्षा ढांचागत तैयारियों को लेकर है,जिसे पिछली सरकारें टालती रही थी। मोदी सरकार इन सामरिक सुविधाओं का विस्तार कर रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान चीन नहीं नरेंद्र मोदी के प्रति नफरत प्रदर्शित कर रहे है। वह प्रधानमंत्री को सरेंडर मोदी बता रहे है। राहुल यह नहीं जानते कि उनके ये बयान कांग्रेस को ही कठघरे में पहुंचा रहे है। बात केवल उन्नीस सौ बाँसठ की नहीं है,सवाल यूपीए सरकार पर भी है। भाजपा अध्यक्ष ने इन्हीं तथ्यों को उठाया है।
उन्होंने कहा कि हम यह नहीं पूछ रहे कि चीनियों ने कांग्रेस की यूपीए सरकारों के समय हमारी कितनी जमीनें हड़पी या बॉर्डर पर कितनी किलोमीटर सड़कों और इन्फ्रास् ट्रक्चर का निर्माण हुआ। हम बताना चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी सरकार के छह वर्षों में से भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अट्ठानबे सड़के बन कर तैयार है। कांग्रेस के छह दशक के शासनकाल में देश में जितने कार्य नहीं हुए, उससे कहीं अधिक कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केवल छह वर्षों में कर के दिखा दिया है। उन समस्याओं का समाधान होते देखा है जिसकी आज से पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। अनुच्छेद तीन सौ सत्तर और पैंतीसए का उन्मूलन ट्रिपल तलाक की समाप्ति हुई। नागरिकता संशोधन कानून का इम्प्लीमेंटेशन हुआ। श्री राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त हो गया है।भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्नीस करोड़ से अधिक फूड पैकेट्स,पांच करोड़ से अधिक राशन किट्स और पांच करोड़ से ज्यादा फेस कवर का वितरण किया। तीन महीनों में प्रधानमंत्री ने देश के सभी मुख्यमंत्रियों से छह बार कोरोना के विरुद्ध रणनीति बनाने पर व्यापक चर्चा की है। सहमति से ही लगभग हर निर्णय लिए गए हैं।