भारत में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो गई है और यह बच्चों पर कहर बनकर टूट रही है। देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में बच्चे इसका शिकार हो रहे हैं।
टीम ने लंबे कोविड के दो मुख्य लक्षण समूहों की पहचान की, जिनमें विशेष रूप से थकान, सिरदर्द और ऊपरी श्वसन संबंधी शिकायतें, और बुखार और गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिकल लक्षणों सहित बहु-प्रणाली की शिकायत शामिल हैं। निष्कर्ष जर्नल ऑफ द रॉयल सोसाइटी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुए हैं।
यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर पेशेंट रिपोर्टेड आउटकम रिसर्च के डिप्टी निदेशक और प्रमुख लेखक ओलालेकन ली एयगबुसी ने कहा कि इस बात के सबूत हैं कि रोगियों पर तीव्र कोविड -19 का प्रभाव, गंभीरता की परवाह किए बिना, सबसे गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती होने से परे, जीवन की चल रही खराब गुणवत्ता, मानसिक स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दों तक फैला हुआ है।
पांडिचेरी का है जहां कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद 20 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आनन-फानन में सभी बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं और फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवा निदेशक एस मोहन कुमार ने दी है।