विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने कोरोना वायरस (सीओवीआईडी -19) को महामारी घोषित कर दिया है. जबकि भारत ने दुनियाभर से भारत आने वाले सभी लोगों पर बैन लगा दिया है. बुधवार को सरकार ने भारत आने वाले सभी विदेशियों के वीज़ा 15 अप्रैल तक रद्द कर दिए है. ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन, (गृह मंत्रालय) ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि यूएन कर्मचारियों, डिप्लोमैट्स और सरकारी प्रोजेक्ट से जुड़े अहम अधिकारियों को भारत आने की छूट होगी.
केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को महामारी रोग अधिनियम 1897 के प्रावधानों को लागू करने की भी सलाह दी है. केंद्र सरकार ने यह बैन इसलिए लगाया ही ताकि बाहर से आने वाले लोगों के संपर्क से बचा जाये. भारत के अलावा भी कई देशों ने अपन सीमाएं बंद की है. WHO के अनुसार 114 देशों में वैश्विक स्तर पर लगभग 1,18,000 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं और 90% से अधिक मामले सिर्फ चार देशों में हैं. भारत में वायरस के 60 पुष्ट मामले सामने आये हैं.
कड़े वीजा प्रतिबंध लागू होने के बाद भारत में पहले से मौजूद सभी विदेशियों के वीजा वैध रहेंगे. कहा गया है कि कोई भी विदेशी भारत की यात्रा के लिए अपने एफआरआरओ) से संपर्क कर सकता है. इस निर्णय के वक्त केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई.
भारत ने यह भी घोषणा की कि बाहर से आने वाले सभी यात्रियों को एक निस्किट समय तक आइसोलेशन में रखा जायेगा. चाहे वह किसी भी गंतव्य से आ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही COVID-19 को महामारी घोषित कर चुका है. कोरोना वायरस से दुनियाभर में अबतक 126 273 लोग प्रभावित हुए हैं. जबकि 4633 की मौत हो चुकी है.