राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि गंगा और गाय दो के नाम पर बनी केन्द्र और प्रदेश सरकारों के समय में केवल इन दोनो पर ही राजनीति की गयी है। लगभग 6 साल का समय व्यवतीत हो गया और अब तक अरबों रूपया गंगा सफाई में खर्च हो चुका है परन्तु गंगा निर्मल नहीं हुयी। आज सम्पूर्ण प्रदेश में गोवंश की रक्षा के लिए गौशालाएं बनायी गयी हैं जिनकी वास्तविकता यह है कि गोवंश भूखे मर रहे हैं। यह कहना ज्यादती न होगी कि भाजपा के शासन में गोवंश का महत्व केवल अखबारों तक सीमित रहा है।
त्रिवेदी ने कहा कि गोवंश की सेवा का ताजा उदाहरण अयोध्या नगर निगम के बैसिंगपुर गौशाला का है जहां निर्वाणी अनी अखाडे के श्री धर्मदास ने जिंदा गोवंश को दफनाते हुये पकड़ा और दर्जनों की संख्या में मृत पड़े हुये गोवंशों की दुगर्ति देखी लगभग 27 एकड की इस गोशाला में आधे कर्मचारियों की उपस्थिति भी नहीं रहती है यही कारण है कि वहां के मेयर ने इसकी जांच नगर आयुक्त को सौंपी है। वास्तविकता यह है कि गोवंश की सेवा और गोवंश की रक्षा का भार केवल किसान उठा सकता है भाजपा तो केवल गोवंश के नाम पर राजनैतिक रोटियां सेकना जानती है। जिंदा गोवंश का दफन किया जाना भी वहां के कर्मचारियों की लापरवाही है और कर्मचारी भाजपा सरकार के हैं।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि आज भी उप्र में किसान अपनी खेती गोवंष के चरने से बचाने में व्यस्त है और तस्त्र है जबकि प्रदेश सरकार गोषालाओं के स्थापन और गोवंष की रक्षा का कागजी ढिंढोरा पीटने में मस्त है। प्रदेश का किसान जब तक दुखी और असहाय रहेगा तब तक खुषहाल प्रदेश की कल्पना निराधार है।