लिंग अनुपात को लेकर हाल ही में किये गए सर्वे में अच्छे संकेत मिले हैं। इस सर्वे के मुताबिक वर्ष 2011 के सर्वे की अपेक्षा लड़कियों की स्िथति में सुधार आया है। लेकिन कुछ राज्यों में अभी भी सुधार की जरूरत है। इस सर्वे लिस्ट में पहले पायदान पर दादरा नगर हवेली और दूसरे पायदान पर चंडीगढ़ है।
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 (2015-16) के आंकड़े २०११ की अपेक्षा कुछ खुश करने वाले रहे। इसमें कुल 13 शहरों का रिकॉर्ड लिया गया है। जिसमें नई दिल्ली सबसे नीचले पायदान पर है। टॉप 10 शहरों की सूची में पहले पायदान पर दादरा नगर हवेली है। यहां पर लिंग अनुपात 1013 है,वहीं दूसरे पायदान पर चंड़ीगढ है। पूरे उत्तर भारत में इसे पहला स्थान और देश में दूसरे स्थान हासिल हुआ है,यहां पर लिंग अनुपात 981 है। जब कि इसके पहले 2011 वाले सर्वे में चंडीगढ़ का लिंग अनुपात एक हजार लड़कों के मुकाबले 867 ही था। इस सर्वे में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, नई दिल्ली के लिंग अनुपात के रिकॉर्ड भी सामने आए हैं। हालांकि अंडमान, हरियाणा और नई दिल्ली इस रिपोर्ट की टॉप 10 में नहीं शामिल हो सका। अंडमान में लिंग अनुपात 859 है,हरियाणा में 836 तो नई दिल्ली का 810 है।