लालगंज(रायबरेली)। दुराचार व हत्या के बाद शव दफनाने में Lalganj Police लालगंज पुलिस को नाको चने चबाने पड़ गए। पुलिस के कड़े संघर्ष और एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह व भाजपा एमएलसी दिनेश सिंह के समझाने बुझाने के बाद रविवार की शाम 4 बजे के लगभग जिले भर की पुलिस के मौजूदगी में उसके पैतृक गांव उतरा गौरी में शव को दफनाया गया , तब जाकर पुलिस ने चैन की सांस ली।
Lalganj Police : एसपी सुजाता सिंह ने ली घटना की जानकारी
मामले की गम्भीरता को देखते हुये एसपी सुजाता सिंह भी लालगंज कोतवाली पहुंची, जहाँ से दूरभाष के द्वारा घटना क्रम की जानकारी लेती रही। मामला निपट जाने के बाद साढे चार बजे के लगभग रायबरेली के लिये रवाना हुई। एसडीएम राकेश गुप्ता व तहसीलदार सौरभ शुक्ला भी मौके पर लोगो को समझाते बुझाते रहे।
जानें क्या है मामला
कोतवाली लालगंज क्षेत्र के अन्तर्गत पूरे गौरी गांव में शुक्रवार की रात एक बारह वर्षीय बालिका की हत्या के बाद पोस्टमार्टम से लौटे शव को दफनाने से पहलें गांव के लोग देर शाम को पूरे रिसाली का पुरवा चौराहे पर शव को रख कर जाम लगा दिया। गांव के लोगो की मॉग थी कि पुलिस ने जिस संदिग्ध गांव के ही युवक को हत्या के संदर्भ मे हिरासत मे लिया है, उसे छोड़ा जाये।
उपजिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
पुलिस ने गांव वालो को समझाने बुझाने का प्रयास किया किन्तु जब नही माने तब पुलिस को उस युवक को छोड़ना पड़ा, जिसे शक के आधार पर पूॅछतॉछ के लिये पुलिस ले गई थी। युवक के छोड़ने पर ही गांव वालो ने जाम को हटाया, लेकिन रविवार सुबह गांव वाले फिर से भडक गये और सरकारी सहायता की मॉग करने लगे तथा मौके पर डीएम को बुलाने पर अड गये। इसके बाद डीएम तो नही पहुॅचे, किन्तु एसडीएम राकेश गुप्ता के पहुॅचने पर पीडित पक्ष ने मॉगो को लेकर एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को दिया।
इसमें परिजनों की मॉग थी कि उनके परिवार को सरकारी आवास, भूमि का पटटा व नगद सरकारी सहायता दिलाई जाये। गांव में आर ओ प्लांट के स्थापित करने की भी मॉग की गई। एसडीएम के आश्वासन दिये जाने पर पीडित पक्ष मान गया और मामले का पटाक्षेप हो गया।
एक बजे दफनाया गया शव
शव को एक बजे दफनाया जाना था लेकिन दोपहर मे ही सोशल मीडिया के व्हाट्स एप पर एक मैसेज पडा कि पीएम रिपोर्ट मे बलात्कार की पुष्टि नही हुई है। बालिका की मौत गला दबाकर हुई है। इसी मैसेज को लेकर ग्रामीणो मे प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त हो गया, गांव वालो ने शव दफनाने से मनाकर दिया और चारपाई पर रखकर शव को लेकर लालगंज की ओर धरना प्रदर्शन के लिये निकल पडे।
मामले की भनक लगते ही पुलिस के हाथ पाव फूल गये और आनन फानन घटना स्थल की ओर पुलिस रवाना हो गई। रास्ते मे पूरे भिखिया गांव के पास सीओ आरपी शाही व कोतवाल मुकेश बाबू चौहान ने पुलिस बल के साथ शव सहित ग्रामीणो को रोकने का भरसक प्रयास किया, बल्कि उन्हे समझाने का भी प्रयास किया। कडे संघर्ष व भारी मशक्कत के बाद भी पुलिस गाव वालो को वापस नही कर पाई। पुलिस को दरकिनार कर गांव वाले शव के साथ लालगंज इलाहाबाद मार्ग पर आ गये।
पूरे राना गांव के पास एक पिकअप को लेकर जबरन शव रखकर लालगंज में जाम लगाने की नीयत से आक्रोशित ग्रामीण चल पडे थे, किन्तु पुलिस ने डिहवा दतौली गांव के पास शव समेत ग्रामीणो को भारी पुलिस बल लगाकर रोक लिया। आधे घंटे तक संघर्ष व खीचतान चलता रहा। तभी एडिसनल एसपी शशिशेखर व भाजपा एमएलसी दिनेश सिंह मौके पर पहुॅचे और ग्रामीणो को एफआईआर व पीएम रिपोर्ट की नकल दिखाकर मामले को शान्त कराया। तब जाकर ग्रामीण शव वापस लेकर गाव पहुॅचे जहॉ भारी पुलिस के साये मे चार बजे शव को उतरागौरी के कब्रिस्तान मे दफनाया गया है।
मामले से निपटने के लिये मौके पर जिले भर की पीआरवी पुलिस, ऊंचाहार प्रभारी धनंजय सिंह, हरचंदपुर प्रभारी रवेन्द्र सिंह सहित जिले भर का पुलिस बल मौजूद रहा।
रत्नेश मिश्रा/सुशील शुक्ला