भारतीय चयन समिति ने अगले महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज से पहले ऋषभ पंत को टेस्ट स्क्वॉड से रिलीज कर दिया है, ताकि वह कुछ समय घरेलू क्रिकेट में खेल सकें. वेस्टइंडीज के खिलाफ 6 दिसंबर को टी-20 सीरीज का पहला मैच खेला जाएगा. यानी ऋषभ पंत सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दिल्ली के लिए अगले दो सुपर लीग मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे. दिल्ली 24 नवंबर को हरियाणा और 27 नवंबर को राजस्थान के खिलाफ उतरेगी. इसके बाद दिल्ली अगर सेमीफाइनल और फाइनल (1 दिसंबर) में जा पाई, तो पंत इसके लिए भी उपलब्ध रहेंगे.
दूसरी तरफ उदीयमान बल्लेबाज शुभमन गिल को भी टेस्ट स्क्वॉड से रिलीज कर दिया गया है. वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में कर्नाटक (24 नवंबर) और तमिलनाडु (25 नवंबर) के खिलाफ अगले दो सुपर लीग मुकाबलों में पंजाब के लिए खेलेंगे.
बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट (कोलकाता) के दौरान शेष दो दिनों के लिए रिद्धिमान साहा के कवर के रूप में आंध्र के कीपर-बल्लेबाज केएस भरत भारतीय टीम में शामिल होंगे. बीसीसीआई के सूत्र ने कहा, ‘ऋषभ पंत वेस्टइंडीज के खिलाफ सभी छह मैच (3 टी-20 और 3 वनडे) के लिए टीम इंडिया स्क्वॉड में हैं. चयनकर्ताओं ने कहा कि यह अच्छा रहेगा कि वह इस बीच दिल्ली के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेलें.’
केएस भरत
इंडिया-ए के लिए नियमित तौर पर लाल गेंद से खेलने वाले भरत की ओर आखिरकार चयनकर्ताओं का ध्यान गया. दरअसल, पिछले दो सत्रों के दौरान लगातार अच्छे प्रदर्शन ने उन्हें पहचान दिलाई है.
26 साल के केएस भरत ने 69 प्रथम श्रेणी मैचों में आठ शतक और 20 अर्धशतकों के साथ 3,909 रन बनाए हैं, जिसमें एक तिहरा शतक भी शामिल है. भरत ने पीटीआई से कहा, ‘मैंने लखनऊ में गुलाबी गेंद से मैच खेला था, जब 2015 में दिलीप ट्रॉफी में पहली बार इसका इस्तेमाल किया गया.’
आईसीसी ने 2017 में यह नियम लागू किया था कि विकेटकीपर के चोटिल होने के बाद स्थानापन्न कीपर उसका स्थान ले सकता है. हालांकि ऋद्धिमान साहा इस समय पूरी तरह ठीक हैं और भरत का टीम में लाना केवल एक एहतियाती उपाय है.