इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने शाकिब अल हसन के लिये कड़े प्रतिबंध की मांग की जबकि आस्ट्रेलियाई डीन जोंस इस बात से हैरान हैं कि इस बांग्लादेशी आलराउंडर ने ऐसे समय में इन भ्रष्ट पेशकश की रिपोर्ट क्यों नहीं की जब ‘खिलाड़ी नियमों के बारे में भली भांति वाकिफ’ हैं।
बत्तीस साल के शाकिब को भारत के संदिग्ध सट्टेबाज दीपक अग्रवाल द्वारा की गयी पेशकश की रिपोर्ट आईसीसी की एसीयू इकाई को नहीं करने के लिये मंगलवार को दो साल के लिये प्रतिबंधित किया गया। वॉन ने ट्वीट किया, ‘शाकिब अल हसन से कोई सहानुभूति नहीं। बिलकुल भी नहीं। इस समय में जब खिलाड़ियों को हर समय बताया जाता है कि वे क्या कर सकते हैं क्या नहीं और क्या चीज उन्हें तुरंत रिपोर्ट करनी चाहिए। दो साल का समय क्या काफी नहीं है…क्या इसे और लंबा होना चाहिए था।’
उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टाचार को मैं कतई बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह मायने नहीं रखता कि आप किस टीम के लिये खेलते हो। इन दिनों खिलाड़ी बखूबी जानते हैं कि वे क्या कर सकते हैं और क्या नहीं। और वे यह भी जानते हैं कि अगर उन्हें नतीजों के बारे में नहीं पता तो भी उन्हें किसी भी चीज को रिपोर्ट करना होगा।’
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज राजा ने कहा कि कोई भी खेल से बड़ा नहीं है। शाकिब इस समय दुनिया के नंबर एक आलराउंडर हैं। राजा ने लिखा, ‘इसलिये शाकिब अल हसन का प्रतिबंध उन सभी खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिये सबक है। अगर आप खेल का अनादर करते हो और निर्धारित नियमों और प्रोटोकॉल की उपेक्षा कर खेल से बड़े बनने की कोशिश करते हो तो नीचे गिरने के लिये तैयार रहो। दुखद।’
पूर्व आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जोंस इस बात को नहीं समझ पा रहे कि शाकिब ने इन पेशकश की रिपोर्ट क्यों नहीं की। उन्होंने लिखा, ‘कितनी दफा इन खिलाड़ियों को (इन चीजों के संबंध में) भाषण दिया जाता है? हर टी20 और टी10 मैच या फिर अन्य टूर्नामेंट से पहले आईसीसी और एसीयू के अधिकारी उन्हें बताते हैं।’
शाकिब को एक पेशकश 26 अप्रैल 2018 में की गयी थी जब उनकी आईपीएल फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद का सामना किंग्स इलेवन पंजाब से होना था जिसमें उनकी टीम ने 13 रन से जीत हासिल की थी। अग्रवाल ने दो अन्य पेशकश की जो बांग्लादेश प्रीमियर लीग के दौरान हुई थी जिसमें शाकिब 2017 में ढाका डायनामाइट्स के लिये खेल रहे थे जबकि इसके बाद जनवरी 2018 में श्रीलंका और जिम्बाब्वे के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज में हुआ था।