लखनऊ। डिग्री शिक्षकों की प्रोफेसर पदनाम सहित अन्य मांगों पर उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने सहमति जताई है। यह जानकारी डॉ. दिनेश शर्मा ने अपने ट्वीट के माध्यम से दी। उन्होंने लिखा कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ एवं लखनऊ विश्वविद्यालय संयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ के पदधिकारियों के साथ उच्च शिक्षा विभाग के संबन्ध में बैठक की, तथा समस्याओं के निराकरण हेतु संबन्धित को निर्देशित किया।
महाविद्यालयों के शिक्षको का एक प्रतिनिधिमंडल शिक्षको की विभिन्न लंबित समस्यायों के समाधान के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा से मिला था। प्रतिनिधिमंडल में फुपुक्टा अध्यक्ष डा वीरेन्द्र चौहान लुआक्टा अध्यक्ष डा. मनोज पांडेय एव डा. जयशंकर पांडेय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के डॉ. निर्मला यादव, डॉ. दिलीप सरदेसाई, डॉ. संजय मेधावी, डॉ. मनोज अवस्थी सम्मलित रहे।
शिक्षकों के संगठन द्वारा महाविद्यालय शिक्षको को प्रोफेसर पद नाम,आमेलन से शेष बचे मानदेय शिक्षको का आमेलन,शिक्षको की सेवानिवृति की आयु पैसठ वर्ष करने, पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने,शिक्षको को चिकित्सा बीमा प्रदान करने स्थानांतरण में अनापत्ति प्रमाण पत्र समाप्त करने एवं अन्य माँगों से सम्बंधित पत्रक दिया।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य मांगों पर भी सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी लखनऊ द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सहकारी समिति के शिक्षको व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के देयकों की वेतन से कटौती शासनादेश के विपरीत न किये जाने तथा शिक्षको के जी पी एफ प्रकरण तथा अन्य समस्याओं का समाधान न किये जाने से अवगत कराया गया,एवं उक्त के सम्बंध में वार्ता की गई।
उपमुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने महाविद्यालय के शिक्षको को प्रोफेसर पदनाम एव आमेलन से वंचित शिक्षको को आमेलित करने पर सहमति जताई गई तथा लुआक्टा द्वारा क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी लखनऊ के शिकायतों के सम्बंध में उपमुख्यमंत्री द्वारा तत्काल शासन द्वारा कार्यवाही करने का आदेश प्रदान किया। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ एवं लखनऊ विश्वविद्यालय संयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ के पदधिकारियों के साथ उच्च शिक्षा विभाग के संबन्ध में बैठक की, तथा समस्याओं के निराकरण हेतु संबन्धित को निर्देशित किया।