डायनासोर आज दुनिया में नहीं हैं। ये कई हजार साल पहले ही धरती से विलुप्त हो चुके हैं, लेकिन गुजरात में हाल ही में डायनासोर का अंडा मिला है।
- ऐसे में इस अंडे को लेकर लोगों के मन में बड़े सवाल उठ रहे हैं।
पत्थर की तरह दिखा डायनासोर का अंडा![](https://samarsaleel.com/wp-content/uploads/2018/01/dinosaur-egg-gujrat-samarsaleel-300x169.jpg)
गुजरात के राइली में डायनासोर का अंडा मिला है। मवाड़ा गांव से लगभग 10 किलोमीटर दूरी पर मिला यह अंडा टूटा हुआ है।
- खुदाई में मिले अंडे को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि यह एक पत्थर की तरह दिखाई पड़ा।
- खुदाई के बाद पता चला कि यह डायनासोर का अंडा है।
- इस बात की जानकारी भारत के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग को दी गई।
- राययोली जीवाश्म पार्क की आलिया सुल्ताना बाबी भी इस नई खोज की जानकारी लेने के लिए खुदाई वाले स्थान पर पहंची।
- यह डायनासोर का ही अंडा है इसको लेकर लोगों के मन में कई अलग-अलग सवाल उठ रहे हैं।
- इसे भारत के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग में भेजा गया है।
- यहां जांच में इस अंडे की सच्चाई पता चल जाएगी।
- डायनासोर के विलुप्त होने के पीछे अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा मंगल पर ज्वालामुखी चट्टानों का अध्ययन हुआ है।
- शोधकर्ता जैकब रिचर्डसन का कहना है कि आर्सिया मोंस की चोटी पर ज्वालामुखी की गतिविधियों की शुरुआत करीब 15 करोड़ साल हुई थी।
- इसे जुरासिक पीरियड कहा जाता है।
- इस समय डायनासोर चरम पर थे।
- बाद में मंगल पर ज्वालामुखी उसी समय ठंडा पड़ा, जब धरती पर डायनासोर समाप्त हुए।