लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष Dr. Masood डा0 मसूद अहमद ने राजधानी लखनऊ की पुलिस द्वारा किये गये जघन्य हत्याकाण्ड की कड़े शब्दों में भर्त्सना करते हुए कहा कि सर्वप्रथम तो यह पुलिस की निरंकुशता की पराकाष्ठा है जिसने प्रदेश के कोने-कोने मे बिखरे हुए गाँव गरीब और किसान के प्रति पुलिसिया रवैये पर सोचने को मजबूर कर दिया है।
Dr. Masood : मीडिया ने सक्रिय होकर…
प्रदेश अध्यक्ष डा0 मसूद अहमद ने कहा की विवेक तिवारी जैसे सम्भ्रान्त नागरिक की हत्या होने की घटना को राजधानी पुलिस के अधिकारियों द्वारा हत्या के आरोपी पुलिस वालों को बचाने की अन्दरूनी मुहिम का होना प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस विभाग को मिली छूट की कहानी उजागर कर रहा है।
डा0 अहमद ने कहा कि चूंकि राजधानी में मीडिया ने सक्रिय होकर सरकार और पुलिस विभाग की कारगुजारी उजागर कर दी और तत्काल कार्यवाही की जानकारी भी आम लोगों तक हो गई जबकि अलीगढ़ और मथुरा सहित कई जनपदों में पुलिस द्वारा एन्काउन्टर की आड़ में की गई हत्याओं की जानकारी का सतत् अभाव है।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के रक्षक ही योगी जी के राज मे भक्षक बन गये हैं और प्रदेश की जनता स्वयं में भयभीत है और सोच रही है कि अभी प्रदेश सरकार लगभग 3 वर्ष 6 माह तक प्रभावी रहेगी और इसी प्रकार जन जीवन अस्त व्यस्त होता रहेगा।