दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन ने मात्र 12 दिनों के भीतर 1000 बिस्तरों वाला एक अस्थाई कोविड-19 अस्पताल बना दिया.
इस अस्पताल में 250 आईसीयू बैड भी हैं. रविवार को अमित शाह ने दिल्ली कैंट में डीआरडीओ द्वारा निर्मित सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड-19 अस्पताल का दौरा किया. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डीआरडीओ अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी भी मौजूद थे.
यहां पर कोविड के विशेष आईसीयू बने हैं और ये पूरी तरह से वातानुकूलित हैं. अस्पताल के आईसीयू और वेंटिलेटर वार्ड का नाम कर्नल संतोष बाबू के नाम पर रखा गया है. इसके अलावा इस अस्पताल के हर वार्ड का नाम गलवान घाटी में शहीद हुये सैनिकों के नाम पर रखा गया है.
इस अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डीआरडीओ, गृह मंत्रालय, टाटा सन्स और कई ऑर्गनाइजेशन के सहयोग से ही ये कोरोना अस्पताल बना है. इस अस्पताल को सिर्फ 12 दिन में तैयार किया गया है. ये अपने आप में परफेक्ट अस्पताल है, यहां सभी सुविधाएं दी गई है. डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस को ध्यान में रखकर के ही इस अस्पताल को बनाया गया है.
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अब बिस्तरों की कोई कमी नहीं है. हमारे पास अब 15000 से ज्यादा बिस्तर हैं, जिसमें से 5300 फिलहाल भरे हैं. दिल्ली में आईसीयू बैड भी भरपूर है. दिल्ली में यदि कोरोना के मामलों में तेजी आती है तो ये आईसीयू बैड बहुत कारगर साबित होंगे.