हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के उपमंडल मनाली के जगतसुख में भूस्खलन से ढाई मंजिला मकान जमींदोज हो गया है। आधी रात को हुए भूस्खलन में एक गाय सहित 18 कुत्ते मलबे में दब गए। घर के अंदर रह रहे पति व पत्नी सुरक्षित हैं। मलबे को हटाया जा रहा है। छह कुत्तों को जीवित निकाला गया। बचाव अभियान जारी है।
नवदीप सिंह पुत्र सतगुरु सिंह निवासी गांव हरिपुर मनाली ने बताया कि वह शिक्षा विभाग से सेवनिवृत हुए हैं। उनकी पुत्री गायत्री ने जगतसुख के नागनी नाले में योगेश का ढाई मंजिला मकान किराये पर लिया है। गायत्री यहां एनजीओ चलाकर जानवरों का रेस्क्यू सेंटर चलाती हैं। नवदीप ने बताया कि वह अपनी पत्नी व बेटी के साथ जगतसुख में रहते हैं।
मकान में एक गाय व 24 कुत्ते भी थे। रात को जब वे सोए हुए थे तो जोरदार धमाका हुआ। लगा कि भूकंप आया है। लेकिन जब उठकर देखा तो पहाड़ी में हुए भूस्खलन का मलबा घर में आ गया। भूस्खलन से घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। भूस्खलन से एक गाय व 18 कुत्ते मलबे में दब गए। घर का सारा सामान भी मलबे में दब गया।
भूस्खलन से लगभग 70 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। भनारा गांव के इंद्रदेव के बागीचे में भूस्खलन का मलबा पहुंचने से सेब के 20 पेड़ क्षतिग्रस्त हुए हैं। एसडीएम मनाली रमन कुमार शर्मा ने बताया कि भूस्खलन से गाय व पालतु कुत्ते मलबे में दबे हैं। राजस्व विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है। पुलिस की टीम भी मौके पर है। मलबा हटाकर कुत्तों को निकाला जा रहा है।