लखनऊ। स्वदेशी जागरण मंच पिछले 30 वर्षों से अपने शोध गतिविधियों व अन्य माध्यमों से योगदान कर देश की आर्थिक स्थिति को दिशा देने एवं उन्नत करने में सहयोग करता रहा है। भारत का हित स्वदेशी दृष्टिकोण का मुख्य सूत्र है। कोरोना महामारी एवं तेजी से बदलते एवं राजनीतिक घटनाक्रम के कारण न केवल देश की बल्कि विश्व की अर्थ व्यवस्थाएं डगमगाई हैं। युवाओं के देश भारत में रोजगार जो पहले से ही विषम परिस्थिति में था कोरोना के कारण से और भी लड़खड़ा गया है। इन परिस्थितियों में देश की आर्थिक व रोजगार की दिशा में आगामी सकारात्मक पहल क्या हो सकती है इस विषय पर व्यापक चिंतन स्वदेशी जागरण मंच ने किया है। भविष्य में भारत का मार्ग क्या हो? इस पर देशव्यापी चर्चा के लिए स्वदेशी शोध संस्थान एवं एसोसिएशन आफ इंडियन यूनिवर्सिटी, 850 भारतीय विश्वविद्यालय का संघ ने एक पहल की है।
इसके अंतर्गत दिनांक 23, 24, 25 सितंबर 2021 को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर विभिन्न अर्थशास्त्री राजनेता विद्वान कृषि विशेषज्ञ उद्योगपति व अन्य सामाजिक संगठन चर्चा करेंगे। रोजाना यह चर्चा सायं 6:00 से 8:00 तक चलेगी, जिसका विभिन्न प्लेटफार्म पर लाइव प्रसारण किया जाएगा।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस, 25 सितंबर पर इस चर्चा का पहला चरण पूर्ण होगा। इसके उपरांत इस चर्चा को महानगरों प्रांतों की राजधानियों जिला केंद्रों एवं गांव तक ले जाया जाएगा। इस राष्ट्रीय बहस का उद्देश्य सबकी भागीदारी और सहमति से देश के लिए एक आगामी लक्ष्य निर्धारित करना हो रहेगा, ताकि सब एकजुट होकर लक्ष्य की प्राप्ति में लग जाएं।
स्वदेशी जागरण मंच की प्रेरणा से यह चर्चा अर्थ चिंतन 2021 के अंतर्गत देशभर में चलाई जाएगी। इस संदर्भ में लखनऊ कार्यालय पर अवध प्रांत की एक प्रेस वार्ता हुई। जिसमें उमाकांत सह प्रांत संयोजक, डॉक्टर आनंद दिक्षित प्रांत प्रचार प्रमुख अवध प्रांत, विजय गुलाटी महानगर संयोजक, पवन श्रीवास्तव महानगर प्रचार प्रमुख, चंदन महानगर युवा प्रमुख, वैभव स्वर्णकार सह संयोजक महानगर एवं कुलदीप नगर युवा प्रमुख अंबेडकर नगर, लखनऊ डॉक्टर संजय उपाध्याय, विचार प्रमुख महानगर लखनऊ उपस्थित रहे।