इटावा। इकदिल काँकरपुर नहर का पुल जो बीते कई महीनों से टूटा हुआ है। भीषण बरसात होने पर भी प्रसाशनिक अधिकारी की नजर नही गई लगता है, अब प्रसाशन किसी बड़े हादसे का इन्तजार में है जब कोई बड़ा हादसा हो जाता है तब जाकर कुंभकर्ण समान नींद में सोये हुये अधिकारियों की नींद खुलती है जिसका खामियाजा लोगों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है ।
इकदिल क्षेत्र के ग्रामीण ने बताया
इकदिल क्षेत्र के ग्रामीण ने बताया है की अभी दो दिन पहले ही एक राहगीर नहर में गिर गया था लेकिन मौके पर एक राहगीर तैराइये ने अपनी जान पर खेलकर उस राहगीर को बाहर निकाला अब देखना ये है कि नहर बिभाग के आला अधिकारियों की इस कांकरपुर नहर पुल की मरम्मत और बाउंड्री बनाने में क्या भूमिका रहती है।
इस नहर पुल से हजारों ग्रामीणों का गुजरना होता है इस पुल से कई ग्राम पंचायतों के लोगों का आना जाना होता है इसी पुल से हर रोज छोटे छोटे बच्चे व स्कूलों के वाहन गुजरते है फिर भी इस टूटे हुये पुल पर प्रसाशन की आन देखी हो रही है लगता है प्रसाशन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है, तथा स्कूली बच्चों को इस पुल से निकलने में बड़ा भय लगता है बच्चे टूटे पुल के कारण स्कूल जाने से डरते है ग्रामीणों ने प्रसाशन से तत्काल पुल की मरम्मत कराये जाने की मांग की है।
रिपोर्ट- अनीश अंसारी