उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक मुस्लिम महिला अपने पति पर आरोप लगा रही है कि पति ने उसे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शनों में शामिल होने पर मजबूर किया। दरअसल सीएए के विरोध में अलीगढ़ में पुरानी चुंगी गेट के बाहर चल रहे धरने को हटवाने के बाद पुलिस ने सोमवार को उन इलाकों का दौरा किया, जहां से महिलाएं धरने में शामिल हो रही थीं। इसी दौरान पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। फिरदौस नगर में 65 वर्षीय सरबरी नाम की महिला ने धरने की पोल खोल दी।
वीडियो में जहां पति कहता है कि पति खुद प्रदर्शन में हिस्सा लेने जाती थी, वहीं पत्नी कहती है कि उसका पति उसे जबरन प्रदर्शन में शामिल होने भेजता था। फिरदौस नगर में 65 वर्षीय सरबरी नाम की महिला ने धरने की पोल खोल दी।
महिला ने कहा कि एक सप्ताह से उसका पति सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में शामिल होने के लिए जबरन भेजता था। पुलिस के सामने महिला ने कहा, “रोज जान खाते हैं, कहते हैं वहां धरने लग रहे हैं …चली जाओ…मैं झूठ नहीं बोल रही हूं…इन्होंने एक हफ्ते से मेरी जान खा रखी है।” हालांकि महिला के पति बीच में कह रहे हैं कि उनकी पत्नी झूठ बोल रही है। पुलिस ने इस बावत महिला के पति को कहा कि वे अपनी पत्नी पर दबाव न बनाएं।
बता दें कि अलीगढ़ में नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में जीवनगढ़ बाईपास के पास चल रहे धरने को प्रशासन ने दो दिन पहले हटा दिया था। प्रशासन को जानकारी मिली कि सिविल लाइन्स और क्वार्सी थाना क्षेत्र में कुछ लोग महिलाओं पुरुषों को अनूप शहर चुंगी पर धरने के लिए उकसा रहे हैं।