बजरंगबली की महिमा के बारे में तो सब लोग जानते ही हैं। उनकी महिमा अपरंपार है। कहते हैं कि जो इंसान हर मंगलवार के दिन उनकी आराधना करता है, वे उसकी हर इच्छा व उसके अंदर के हर भय को दूर कर देते हैं। वहीं दूसरी तरफ हनुमान चालीसा का पाठ करना भी बहुत ही शुभ माना गया है। बहुत से लोगों ने उनके भव्य मंदिरों के बारे में सुना होगा और साथ ही उनके चमत्कार भी अनेक होते हैं। ऐसे में आज हम आपको उनके एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां वे अपने भक्तों के कष्ट को स्वंय दूर करते हैं।
हनुमान जी का ये चमत्कारिक मंदिर ग्वालियर से करीब 70 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे भिंड जिले के दंदरौआ सरकार धाम में है। यहां हर दिन हनुमान जी के पास अच्छी सेहत की उम्मीद लेकर लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। खासकर मंगलवार और शनिवार को यहां दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालु का मानना है कि हनुमान जी के पास सभी प्रकार के रोगों का कारगर इलाज है। यही कारण है कि यहां दूर-दूर से लोग अपनी बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आते हैं। स्थानीय लोगों का यहां तक भी दावा है कि यहां पर कैंसर जैसी बीमारी का इलाज भी भगवान खुद करते हैं।
बता दें कि इस मंदिर को लोग दंदरौआ सरकार धाम के नाम से भी जानते हैं। यहां बजरंगबली को डॉक्टर के रूप में माना जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मंदिर में जो भी भक्त दर्शन करने आता है, वो हमेशा स्वस्थ रहता है। यहां हनुमान जी की मूर्ति नृत्य की मुद्रा में है। बताया जाता है कि यह देश की अकेली ऐसी मूर्ति है, जिसमें हनुमान जी को नृत्य करते हुए दिखाया गया है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण करीब 300 साल पहले हुआ था। पेड़ को काटने पर गोपी वेषधारी हनुमान जी की ये प्राचीन मूर्ति प्राप्त हुई थी।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बजरंगबली की कृपा से यहां कैंसर, टीबी, एड्स आदि लाइलाज बीमारियां भी ठीक हो जाती है। लोगों की मन्नत पूरी होने पर वे दोबारा यहां दर्शन के लिए आते हैं। कहा जाता है कि हनुमान जी अपने प्रभाव से लोगों का कष्ट हर लेते हैं।