बिधूना/औरैया। भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान बिल के विरोध में 27 वे दिन किसानों ने बिधूना के डॉ राम मनोहर लोहिया पार्क बेला बाईपास पर प्रदर्शन कर किसान विरोधी बिलों को निरस्त करने की सरकार से मांग की गई।
इस किसान आंदोलन के मौके पर संबोधित करते हुए किसान नेता गिरीश सिकरवार ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाया गया किसान बिल पूरी तरह किसान विरोधी है इस किसान बिल से किसान कंगाल बनेंगेऔर उद्योगपतियों का भला होगा। उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग किसानों की गुलामी का दस्तावेज होगा ऐसे में किसान विरोधी इस बिल को रद्द किया जाना चाहिए।
इस मौके पर संबोधित करते हुए किसान नेता मोहित सेंगर ने कहा कि सरकार द्वारा लाए गए किसान विरोधी बिल के दुष्परिणाम भविष्य में किसानों के लिए बहुत घातक सिद्ध होंगे ऐसे में किसानों को एकजुट होकर इस बिल का विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बिल के लाने से स्पष्ट हो गया है कि मौजूदा केंद्र व प्रदेश सरकार किसान विरोधी है।
इस मौके पर संबोधित करते हुए वरिष्ठ किसान नेता दिनेश कुशवाहा ने कहा कि इस किसान बिल से सरकारी मंडियों के अस्तित्व पर खतरा आ सकता है वहीं प्राइवेट मंडिया किसानों के लिए भविष्य के लिए खतरनाक साबित होंगी। उन्होंने कहा कि किसानों को अपने बाजिब हक की लड़ाई के लिए एकजुट रहना चाहिए।
किसान नेता रामू पाठक ने कहा कि किसान ही देश का आधार है किंतु मौजूदा केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों के हकों पर कुठाराघात कर उन्हें बर्बाद करने पर तुली है जो काफी चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है।
किसानों के इस धरना प्रदर्शन के मौके पर इस मौके पर निशा यादव, अंकित, सतीश शर्मा, घनश्याम, रवि गुप्ता, राजू सेंगर, गोविंद कुमार, श्यामसुंदर शाक्य आदि प्रमुख किसान नेताओं के साथ भारी संख्या में किसान मौजूद थे। किसान नेताओं ने बताया है कि अगली किसान चौपाल ग्राम शाहपुर बिधूना में 31 दिसंबर को आयोजित होगी।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर