लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि लोकसभा चुनाव की आहट देख उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पुनः किसानों को छलने के लिए किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयंती से किसान दिवस मनाये जाने का ढोंग किया जा रहा है। जिससे स्पष्ट होता है कि भारतीय जनता पार्टी की नजर में किसान बुद्विहीन है और उसका लाभ बार बार उठाया जा सकता है।
भाजपा की डबल इंजन की सरकार
डाॅ0 अहमद ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार में किसानों को बुरी तरह परेशान किया गया। केन्द्र सरकार द्वारा घोषणा पत्र के अनुसार सम्पूर्ण कार्यकाल में स्वामीनाथन आयोग रिपोर्ट लागू नहीं की गयी और न ही किसानों को फसल का लाभकारी डेढ गुना मूल्य मिला। सबसे दुखद अध्याय किसानों की दुर्दशा में तब जुडा जब नोटबंदी के कारण रबी की बुवाई के समय किसानों को खाद और बीज के लिए दर दर भटकना पड़ा।
कर्जमाफी के नाम पर किसानों से धोखा
प्रदेश सरकार द्वारा कर्जमाफी के नाम पर किसानों के साथा धोखा किया गया और सरकार गठित होने के 6 महीने पर ही किसानों के टयूबवेल और बिना मीटर के घरेलू बिजली कनेक्षन का विद्युत मूल्य बेतहाशा बढाकर किसानों की कमर तोड दी गयी और मुआवजा के नाम पर उनका उपहास उडाया गया। अब वहीं प्रदेश सरकार केन्द्र के इशारे पर चुनावी लाभ लेने के लिए किसानों को किसान दिवस मनाकर प्रमाण पत्र जैसे लाॅलीपाप अपने चुनिंदा लोगो को दिये जा रहे हैं जिसमें अधिकांशतः लोगो के नाम एक बीघा जमीन तक नहीं है स्पष्ट है कि वे आरएसएस संगठन के लोग हैं।
भाजपा के विरूद्व मत देकर सरकारें
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में किसान विरोधी भाजपा को धूल चटाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा क्योंकि वह इनकी नीति और नीयत को भली प्रकार समझ गया है। विगत पांच राज्यों के चुनाव में किसानों और नौजवानों ने भाजपा के विरूद्व मत देकर सरकारें गठित करायी हैं। लोकसभा चुनाव भी किसानों और नौजवानों पर ही आधारित होगा जिसमें भाजपा के द्वारा अपने कार्यकाल में किये गये धोखे और छलावा को ही आधार मानकर मतदान किया जायेगा और चौ0 चरण सिंह के सपनों का भारत बनाने की नींव पड़ेगी।