रायबरेली। जिले के किसानों की ज्वलंत समस्या छुट्टा पशुओं की समस्या का निदान रायबरेली सांसद सोनिया गांधी को गौशाला बनवाकर करना चाहिए था किंतु जनपद वासियों के स्वाभिमान के साथ इमोशनल ड्रामा करने वाले गांधी परिवार ने यह कार्य नहीं किया। उक्त उद्गार एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह (MLC Dinesh Pratap Singh) ने जिले के शिवगढ़ क्षेत्र में पहली गौशाला का भूमि पूजन करते समय जड़ावगंज में व्यक्त किया।
28 लाख की लागत से जिले के सभी ब्लॉकों
दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि 28 लाख की लागत से जिले के सभी 18 ब्लॉकों में किसानों की सबसे महत्वपूर्ण समस्या छुट्टा मवेशियों से निजात दिलाने के लिए गौशाला का निर्माण जिला पंचायत निधि से किया जा रहा है।
गौशाला में समरसेबल पंप, टीन सेट, विद्युत कनेक्शन, चारा काटने की मशीन, चराही, पानी पीने के लिए ट्रैंक बनवाए जाऐंगे।दिनेश प्रताप सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी 15 वर्षों से यहां की सांसद हैं किंतु उन्होंने किसानों की समस्या पर ध्यान नहीं दिया जिला पंचायत निधि में इतना धन नहीं है किन्तु फिर भी सड़कों का कार्य रोक करके किसानों की समस्या का त्वरित निदान करने के लिए जनहित में 18 ब्लॉकों में 18 गौशालाओं का निर्माण कराया जा रहा है।
संविदा कर्मचारी, जिनका मानदेय ₹8000
प्रत्येक गौशाला में दो संविदा कर्मचारी भी रखे जाएंगे जिनका 8000 रुपए मानदेय होगा और मवेशियों को रहनेके लिए 1000 क्षमता का यह गौशाला बनाया जाएगा। श्री सिंह ने कहा कि रायबरेली पूरे उत्तर प्रदेश का एक ऐसा जिला है जिसके प्रत्येक विकास में 31 जनवरी से पहले गौशाला बनकर तैयार हो जाएगी।मैंने एमएलसी के पद रहकर जिले के हर नागरिक को सम्मान देने का काम किया है। खुद अपमान सह लिया है पर आज तक किसी का अपमान नहीं किया।
जिले के 989 गांव में ऐसा कोई गांव नहीं है जिसमें मेरी सेवा के निशान ना पाए जाएं। जिले की सांसद सोनिया गांधी सागर है उनके सामने मैं एक बूंद हूँ। क्या सोनिया गांधी की जिम्मेदारी नहीं बनती है कि वे किसानों की पीड़ा को समझें। आप सभी मुझे अपना समझ कर अपनी पीड़ा बयां कर देते हैं क्या सोनिया गांधी से कह सकते हैं।
जिले में 15 सालों से सोनिया गांधी सांसद हैं यदि आप लोगों ने विदेशी को नहीं किसी पड़ोसी को सांसद बनाया होता तो आज यह नौबत नही आती।5 सालों में सिर्फ वोट के समय आप ने सोनिया गांधी को देखा होगा।जो सिर्फ अनुश्रवण की बैठक में हिस्सा लेने के लिए रायबरेली आती हैं ढाई सालों से तो उनकी गारंटर प्रियंका गांधी भी लापता है। गांधी परिवार ने आपके स्वाभिमान को मार दिया है जब से देश आजाद हुआ है तब से 16 बार में 13 बार कांग्रेस का एमपी हुआ है।
रायबरेली गांधी परिवार की धरती नही : MLC
कांग्रेस कहती है रायबरेली गांधी परिवार की धरती है लेकिन इतिहास इस बात का गवाह है कि आज तक रायबरेली में ना कोई गांधी परिवार का पैदा हुआ है और ना ही कोई रायबरेली की धरती पर विलीन हुआ है।
जिले वासियों को गांधी परिवार का इतना इंजेक्शन लगाया गया है की सिर्फ गांधी परिवार याद रहा और सब भूल गए। रायबरेली गांधी परिवार की धरती नही है यह वीरा पासी, आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी, राणा बेनी माधव, महर्षि जन्दग्नि, गोकर्ण ऋषि, गर्ग ऋषि, आस्तिक मुनि की धरती है।
गांधी परिवार रायबरेली का नेता हो सकता है जिसने अपने निजी स्वार्थ के लिए जनपद वासियों के साथ गांधी परिवार की धरती कहकर स्वाभिमान के साथ इमोशनली खिलवाड़ किया है।
श्री सिंह ने कहा कि मैं एक ऐसा बीज बन जाऊंगा जो अपने को समाप्त करके पौधे को जन्म देता है। खुद मिट जाऊंगा किंतु रायबरेली का स्वाभिमान नहीं मिटने दूंगा।
इस मौके पर उपस्थित महाराजगंज ब्लॉक प्रमुख सत्येंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि इस समय के सबसे ज्वलंत मुद्दा किसानों के लिए छुट्टा मवेशी है। रायबरेली की सांसद जब जनता से मिलने आए,उनके संपर्क में रहें तभी उनको पता चलेगा,जब उनको किसी के बीच आना नहीं है सुनना नहीं है समझना नहीं है तो ऐसे में फिर उन्हें सांसद बनाना भी नहीं है।
इस मौके कार्यक्रम के संयोजक पूर्व प्रधान संघ अध्यक्ष पवन सिंह,प्रधान पड़रिया रामराज सिंह,एमएलसी प्रतिनिधि विनय वर्मा,नंदकिशोर तिवारी,विष्णु कुमार गोस्वामी, प्रदीप सिंह, रमेश सिंह, शिवपल्टन द्विवेदी, राज बहादुर सिंह, रामप्रकाश अवस्थी, राज कुमार शुक्ला ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का सफल संचालन ललन सिंह कर रहे थे। इस मौके पर जानकी शरण जायसवाल, दिनेश कुमार, बद्री सिंह सहित मौजूद रहे।
_रत्नेश मिश्रा