फ्रांस की राजधानी पेरिस में आज FATF की मीटिंग में पाक के भविष्य पर फैसला होना है. FATF की इकाई एशिया पैसिफिक ग्रुप की रिपोर्ट में पाक आतंकवादी फंडिंग को रोकने में नाकाम साबित हुआ है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में पाक को ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है. पाक को गत साल जून में पेरिस में हुई FATF की मीटिंग में ग्रे सूची में रखा गया था व चेतावनी दी गई थी कि अक्तूबर 2019 तक वह टेरर फंडिंग रोकने की कार्रवाई को अंजाम दे.
बताया यह भी जा रहा है कि पाक को ईरान व उत्तर कोरिया के साथ ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है. इस मीटिंग में इस बात का निर्णय हो जाएगा कि पाक ग्रे लिस्ट में बना रहेगा या उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा. हालांकि, चाइना अपने सदाबहार दोस्त को ब्लैकलिस्ट होने से बचाने का पूरा कोशिश करेगा. शनिवार को एशिया पैसिफिक ग्रुप (APG) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, आसार अधिक है कि पाक को ‘ग्रे लिस्ट’ में ही रखा जाएगा क्योंकि उसने FATF द्वारा निर्धारित कुछ सिफारिशों का पालन किया है.
पाकिस्तानी खबर लेटर द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, आर्थिक मामलों के विभाग के प्रमुख हम्माद अजहर के नेतृत्व में पाकिस्तानी डेलिगेशन 13 अक्टूबर को फ्रांस के लिए रवाना होने वाला है, क्योंकि FATF 14 व 15 अक्तूबर को पाक के मामले पर विचार करेगा.