अयोध्या। ‘अवाम का सिनेमा’ के बैनर तले आयोजित होने जा रहे 18वें अयोध्या फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने के लिए दुनिया भर के फिल्मकारों ने अपनी फिल्में भेजी हैं। तीन दिवसीय अयोध्या फिल्म समारोह आगामी 7,8,9 दिसंबर 2024 को गुरु नानक अकादमी गर्ल्स इंटर कॉलेज, उसरू, रायबरेली रोड, अयोध्या में आयोजित होने जा रहा है। महोत्सव का विधिवत उद्घाटन समारोह प्रातः 11.30 बजे शुरू होगा।
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अवाम का सिनेमा के संयोजक और अयोध्या फिल्म फेस्टिवल के संस्थापक निदेशक डॉ. शाह आलम राना ने बताया कि 18वें अयोध्या फिल्म फेस्टिवल के लिए 34 देशों से 360 से अधिक फिल्में इस वर्ष आई थीं जिनमें से ज्यूरी सदस्यों के गहन परिक्षण के बाद अलग-अलग श्रेणी में नॉमिनेट की गई हैं। इनमें से चुनिंदा फिल्में तीन दिवसीय फिल्म समारोह में प्रमुखता से दिखाई जाएंगी।
18वें अयोध्या फिल्म फेस्टिवल की ज्यूरी में इस वर्ष विभिन्न क्षेत्रों से 6 दिग्गज हस्तियां शामिल थीं। जिसमें लॉस एंजिल्स, यूएसए से फिल्म निर्मात्री, लेखिका, निर्देशिका बुवाना राम, ईरान से फ़िल्म एवं प्रोडक्शन डिज़ाइनर डिज़ाइनर एवं फ़िल्म निर्मात्री सना नोरूज़बेगी, इटली से पियानोवादक और संगीतकार अल्बर्टो बेलाविया, बॉलीवुड अभिनेता और निर्माता ऋषि भूटानी, अभिनेता, निर्देशक प्रोफेसर विनय विक्रांत, फिल्म निर्माता और निर्देशक और अयोध्या फिल्म समारोह के ज्यूरी चेयरमैन डॉ. मोहन दास शामिल थे।
समारोह में नई फिल्में प्रदर्शित करने के साथ तीन दिवसीय अयोध्या फिल्म महोत्सव का उद्देश्य अयोध्या के फिल्म रसिकों को दुनिया भर में चल रही हलचलों से अवगत कराना है। महोत्सव में देश-विदेश की फिल्मों को निःशुल्क देखने के लिए सभी के लिए खुला आमंत्रण है। ज्यूरी सदस्यों द्वारा चुनी हुई फिल्मों की पूरी श्रृंखला को विषयगत तौर पर प्रदर्शित किया जाता रहा है।
अयोध्या फिल्म फेस्टिवल में लघु, वृत्तचित्र, संगीत, वेब सीरिज निर्माताओं को जूरी सदस्यों सदस्यों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करना है। साथ ही दर्शकों के संवाद और चर्चा सत्र को प्राथमिकता देता है जहां मनोरंजक से लेकर शिक्षाप्रद, प्रेरणादायक से लेकर विचारोत्तेजक, हास्य से लेकर व्यंग्यात्मक तक, अयोध्या फिल्म समारोह फिल्मों को यथासंभव व्यापक लाइव दर्शकों के सामने प्रदर्शित करने का स्थान है।
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बताते चलें कि काकोरी केस के महानायक शहीद अशफाकउल्ला खान और पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की स्मृति में वर्ष 2006 में ‘अवाम का सिनेमा’ ने अयोध्या से अपनी यात्रा शुरू की थी। यह वर्ष इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंति अभी काकोरी एक्शन का शताब्दी वर्ष भी चल रहा हैं। अवाम का सिनेमा का मकसद फिल्मों के माध्यम से नई पीढ़ी में जागरूकता फैलाकर समाज में बदलाव की इबारत लिखने की मुहिम है। इसे उत्तर प्रदेश का पहला फिल्म समारोह होने का गौरव प्राप्त है।
अवाम का सिनेमा ने अब तक न केवल अयोध्या में फिल्म समारोह का सफलतापूर्वक आयोजन किया है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों पर मुख्य मुख्य फोकस करने के साथ कई अन्य बड़े और छोटे स्थानों पर फिल्म फेस्टिवल की अवधारणा को आगे बढ़ाने में सबसे आगे रहा है।
सफलतापूर्वक आयोजित किए गए कुछ फिल्म महोत्सवों में दिल्ली फिल्म फेस्टिवल, जयपुर फिल्म फेस्टिवल, मऊ फिल्म फेस्टिवल, औरिया फिल्म फेस्टिवल, बिजनौर फिल्म फेस्टिवल, कारगिल फिल्म फेस्टिवल, जम्मू फिल्म फेस्टिवल, आजमगढ़ फिल्म फेस्टिवल, बरहज फिल्म फेस्टिवल, चौरी चौरा फिल्म फेस्टिवल, कानपुर फिल्म महोत्सव, कैथी फिल्म महोत्सव आदि शामिल हैं।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह