नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन और दवाओं पर टैक्स को लेकर हो रही आलोचनाओं का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि कोविड वैक्सीन पर न्यूनतम 5 फीसदी और ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर व कोविड दवाओं पर 12 फीसदी टैक्स जरूरी है। इससे उनकी कीमतों को कम करने में मदद मिलती है।
गौरतलब है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारत में कोरोना संकट के बीच दवाओं और अन्य वस्तुओं पर टैक्स माफ करने की मांग को लेकर पीएम मोदी को रक पत्र लिखा था। जिसके जवाब में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 16 अलग अलग ट्वीट करते हुए लिखा कि वैक्सीन और दवाओं पर सामान्य टैक्स से निर्माताओं को इनपुट टैक्स क्रेडिट (टैक्स रिफंड) मिलती है, इससे उन्हें कीमत कम रखने में मदद मिलती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, कोरोना की दवाओं के आयात पर टैक्स पहले ही माफ किया जा चुका है। इनपुट टैक्स क्रेडिट वो रिफंड है, जो विनिर्माता (मैन्युफैक्चरर्स) किसी कच्चे माल या सेवाओं पर चुकाए गए टैक्स की एवज में मांग करते हैं। इससे उन उत्पादों की कीमत कम रखने में मदद मिलती है। लेकिन जिन उत्पादों पर कोई भी टैक्स नहीं होता है, उन पर टैक्स रिफंड यानी इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा कोई निर्माता नहीं करता।
सीतारमण ने यह भी कहा कि कोरोना की दवाओं और संबंधित सामान के आयात पर लगने वाला टैक्स भी पहले ही माफ कर दिया गया है। साथ ही इन सामानों पर लगने वाला इंटीग्रेटेड गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स का 70 फीसदी हिस्सा राज्यों के खाते में जाता है।