सीतामढ़ी। जिले के कोर्ट बाजार स्थित मदरसा इस्लामिया अरबिया जामा मस्जिद में शुक्रवार को टीकाकरण का आयोजन किया गया। जिसमें मदरसा के प्रिंसिपल मोहम्मद अली मुर्तजा, जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद इरशाद, असिस्टेंट शिक्षक तनवीर आलम के द्वारा मुस्लिम एवं गैर मुस्लिमों के लिए भी मस्जिद से ऐलान किया गया। और लोगों से अपील की गई कि वह बढ़ चढ़कर कोरोना का टीका आकर लगाएं एवं भ्रम भ्रांतियों को दूर करें। मदरसे के शिक्षक मोहम्मद अली मुर्तजा ने सबसे पहले टीका लेकर लोगों से अपील की एवं गुजारिश की कि सभी आकर टीका जरूर लें।
महिलाओं की अहम हिस्सेदारी
उक्त सत्र में ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध थी जहां पर लाभार्थी अपना आधार नंबर एवं फोन नंबर के द्वारा रजिस्ट्रेशन करा कर कोविड का टीका प्राप्त कर रहे थे। इसमें 18 प्लस एवं 45 प्लस वालो के लिए टीका का सुविधा उपलब्ध था। लोग मुस्लिम एवं गैर मुस्लिम बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे थे एवं खास तौर पर महिलाएं की उपस्थिति भी अच्छी खासी थी।
भ्रांतियों पर नहीं दे ध्यान
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एके झा ने कहा कि समाज में टीकाकरण के प्रति मिथक और उनके तथ्यों से भी अवगत कराया। जिसमें एक बार कोरोना हो गया तो टीकाकरण कराने की जरुरत, टीका की सुरक्षा, टीकाकरण के दोनों डोजों के बीच लंबे समय और टीकाकरण के बाद कोविड अनुरुप पालन के प्रति समाज में फैले मिथकों के सही और स्पष्ट तथ्यों को सामने रखा। डॉ. झा ने बताया कि किसी भी प्रकार के टीके के लिए हल्के बुखार, इंजेक्शन की जगह पर दर्द, शरीर में दर्द जैसे लक्षण दिख सकते हैं। यह प्रभाव या तो स्वत: खत्म हो जाते हैं या लक्षण आधारित दवाओं के सेवन से यह तुरंत ही खत्म हो जाते हैं। एक बार वैक्सीन देने पर 12 हफ्तों तक इम्यून सिस्टम बना रहता है। इसलिए दोनों ही डोजों के बीच इतने दिन का अंतर रखा गया है।
टीकाकरण स्थल पर जिला सीतामढ़ी के प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एके झा, पिरामल स्वास्थ्य से डीटीएम रवि रंजन कुमार विजय शंकर पाठक, यूनिसेफ से नवीन कुमार श्रीवास्तव, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉक्टर नरेंद्र, केयर इंडिया से जिला प्रतिनिधि अनुकृति शर्मा मौजूद थे एवं आवश्यक सहयोग दे रहे थे। वही एनएम माधुरी, डाटा ऑपरेटर शंकर एवं बीएमसी जय किशोर सिंह के द्वारा टीकाकरण प्रदान किया जा रहा था।