लम्भुआ/सुलतानपुर। तहसील मुख्यालय पर कूड़े के ढ़ेर अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। सरकारी दफ्तरों के नजदीक कूड़े के तमाम ढ़ेर लगे हुए हैं। जिनसे संक्रमण का खतरा बना हुआ है। नागरिकों ने कूड़े के ढ़ेर खत्म किये जाने की मांग की है।
लम्भुआ-गरये मार्ग पर मौजूद है विकास खण्ड दफ्तर। इसी परिसर में विकास कर्मियों – अफसरों के आवास के लिए कॉलोनी भी बनाई गई है। परिसर के ठीक सामने सड़क पटरी पर लोगों ने कूड़े के ढ़ेर लगा रखे हैं। दरअसल, इसी मार्ग पर फल – अंडा – सब्जी के थोक विक्रेताओं की गोदाम भी है। जो खराब होने के बाद सड़क किनारे ही उसे ठिकाने लगा देते हैं। आबादी के बाद रेलवे क्रॉसिंग तक सड़ांध से लोगों को खासी मुश्किल होती है। इसी मार्ग पर प्रसिद्ध बाबा जनवारीनाथ धाम भी स्थित है। जाहिर है कि श्रद्धालुओं को भी परेशानी होती है।
दूसरी तरफ लम्भुआ-दुर्गापुर मार्ग पर तहसील की आवासीय कॉलोनी के ठीक सामने भी यही हालात है। कूड़े के ढेर के बगल ही बीआरसी का दफ्तर भी है। बीआरसी परिसर में नन्हें-मुन्नों का प्राथमिक विद्यालय भी मौजूद है। इससे शिक्षकों – बच्चों का आना – जाना लगा रहता है।
विद्युत उपकेन्द्र के लिए रास्ता पुराने तहसील दफ्तर के बगल से है। इसी मार्ग के बगल सुलभ शौचालय बना हुआ था। निष्प्रयोज्य सुलभ शौचालय को लोगों ने कूड़ा घर मे तब्दील कर दिया है। भाजपा के मंडल महामंत्री चंदन चतुर्वेदी ने भी कस्बे की आबादी से कूड़े हटाने की मांग की है। इस बाबत बीडीओ रवि पांडेय से सम्पर्क की कोशिश की गई। पर, उनका फोन उठा नहीं।
रिपोर्ट-संतोष पांडेय