रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों की समस्याओं के समाधान के प्रति शुरू से सजग रहे है। यही कारण है कि उनकी सरकार में गन्ना किसानों के बकाए का सर्वाधिक भुगतान किया गया। इसमें एक कड़ी और जुड़ गए। इसी के साथ योगी चीनी मिलों के संचालन पर भी ध्यान देते है,जिससे किसानों को कठिनाई का सामना ना करना पड़े। योगी आदित्यनाथ दावे के साथ यह कहते भी है कि पिछली सरकारों के समय चीनी मिलें बेची जाती थी,जबकि इस सरकार में चीनी मिल स्थापित व संचालित कराई जा रही है। पहले किसी मुख्यमंत्री ने गन्ना किसानों की सुविधा के लिए इतना सख्त रुख नहीं दिखाया। योगी ने कहा कि जब तक गन्ना किसानों के खेतों में एक भी गन्ना रहेगा,तब तक चीनी मिलों का संचालन भी होता रहेगा।
सरकार इस संकल्प को पूरा करेगी। सरकार की मंशा के अनुरूप गन्ना किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से पारदर्शिता के साथ एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि प्रेषित की गयी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में कार्यक्रम आयोजित किया गया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान सरकार ने किसानों का तेजी से गन्ना मूल्य का भुगतान किया,जो एक रिकाॅर्ड है। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देकर उनकी फसल की लागत के डेढ़ गुना से अधिक दाम देने का जो संकल्प प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है, उसे प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ा रही है। जब कोरोना प्रारम्भ हुआ था तो पूरा विश्व लाॅकडाउन की स्थिति में था। लेकिन वर्तमान सरकार ने तय किया कि चीनी मिलों को बन्द नहीं किया जाएगा। संक्रमण से बचते हुए चीनी मिलों का संचालन किया गया। कोरोना संकट के दौरान भी प्रदेश की सभी एक सौ उन्नीस चीनी मिलों का संचालन किया गया।
कोरोना के कारण सैनिटाइजर की अधिक मांग बढ़ जाने पर चीनी मिलों तथा डिस्टलरीज ने देश के सभी राज्यों के साथ साथ अन्य देशों में भी सैनिटाइजर की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। प्रदेश के किसानों ने अपने परिश्रम से गन्ना व चीनी उत्पादन में राज्य को देश में प्रथम स्थान पर पहुंचाया है। पिछले तीन वर्षों में पिपराइच तथा मुण्डेरवा में पांच हजार टीसीडी क्षमता की नई चीनी मिल स्थापित की गयी है। इनमें पांच हजार कुन्तल गन्ने की पेराई प्रतिदिन हो सकती है। आधुनिक तकनीक से बनी चीनी मिलों ने किसानों के जीवन में एक नया विश्वास भरा है। इसी प्रकार प्रदेश सरकार ने राज्य में खांडसारी उद्योग कोे पुनर्जीवित करने का काम किया। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री का मानना है कि जब किसान खुशहाल होगा तो देश खुशहाल होगा। किसानों की आय में वृद्धि के लिए आवश्यक है कि उन्हें सहखेती से जोड़ा जाए। विगत तीन वर्षों में उत्तर प्रदेश के चीनी उद्योग के इतिहास का यह एक स्वर्णिम अवसर है। जब इतनी बड़ी धनराशि गन्ना किसानों को प्रदान की गयी है।
मुख्यमंत्री ने गन्ना उत्पादक जनपदों के किसानों से ऑनलाइन संवाद किया। संवाद के दौरान गन्ना किसानों ने कहा कि ई गन्ना एप से किसानों को बड़ी सहायता मिली है। इसके माध्यम से उन्हें गन्ना और चीनी मिलों के सम्बन्ध में उपयोगी जानकारी प्राप्त होती है। प्रदेश के गन्ना विभाग ने उल्लेखनीय कार्य किया है। सरकार के प्रयासों से प्रति हेक्टेयर गन्ना उत्पादन में वृद्धि दर्ज की गयी है।