स्वाइन फ्लू के शिकार हुवे बड़हलगंज निवासी श्रवण जायसवाल की लखनऊ के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई। श्रवण जायसवाल का अंतिम संस्कार मुक्तिपथ पर हुआ । इस घटना के सुचना मिलने के बाद स्वास्थ विभाग से जुङे लोगो मे हङक्म्प मच गया । इस घटना के बाद डॉक्टरों की टीम पीड़ित के घर पर पहुंची। टीम ने परिवार के नौ सदस्यों को टेमीफ्लू की खुराक दी। इस वर्ष स्वाइन फ्लू के कारण यह पहली मौत है।
आपको बता दे बड़हलगंज निवासी श्रवण जायसवाल थाईलैंड में व्यापार करते थे। दो माह पूर्व ही वह थाईलैण्ड से लौटे थे। एक हफ्ते पूर्व उनकी तबीयत खराब हुई थी , तबीयत खराब होने पर उनके परिजन उन्हे लेकर पास के अस्पताल गये । पास के अस्पताल *सभी के इलाज से सुधार न होने पर उनको लखनऊ रेफर कर दिया गया। बुधवार को परिजन उन्हें लेकर लखनऊ पहुंचे । लखनऊ पिजिआई मे सीट खाली न मिलने पर उन्हे एक निजी अस्पताल मे भर्ती कराया गया । जहा शनिवार को उनकी मौत हो गयी ।
स्वाइन फ्लू से होने वाले इस मौत के बाद डाक्टरो के रौगटे खङे हो गये
स्वाइन फ्लू से होने वाले इस मौत के बाद डाक्टरो के रौगटे खङे हो गये है , शनिवार को सीएचसी प्रभारी डॉ. बीके राय, डेरवा पीएचसी के डॉ. अमित कुमार गुप्ता, एलटी दीपक कुमार, बीएचडब्लू अशोक पिङित के घर पहुंचे। उन्होंने श्रवण जायसवाल के संपर्क में रहने वाले नौ सदस्यों को स्वाइन फ्लू से बचाव की दवा टेमीफ्लू खिलाई। जिसमे उनकी पत्नी, तीन पुत्रियां, पुत्र, रिश्तेदार व तीन मित्र शामिल रहे। शनिवार की दोपहर में उनका शव लेकर परिजन पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में अंतिम संस्कार किया गया।
अस्पतालों को अलर्ट जारी
रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी को लेकर सभी अस्पतालों को अलर्ट जारी किया है। सभी डॉक्टरों को स्वाइन फ्लू मरीजों की पहचान कर उनकी जांच कराने के निर्देश दिए हैं।