कोविड-19 संकट के बाद देश की अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ रही है. इसकी पुष्टि मार्च में हुआ जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े करते हैं, जो मार्च 2020 के मुकाबले 27% अधिक है.
मिला 1.23 लाख करोड़ का राजस्व
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2021 में सरकार को 1,23,902 करोड़ रुपये सकल जीएसटी राजस्व प्राप्त हुआ है. इसमें केंद्रीय जीएसटी के तौर पर 22,973 करोड़ रुपये और स्टेट जीएसटी के तौर पर 29,329 करोड़ रुपये हासिल हुए.
IGST में आए 62 हजार करोड़ से ज्यादा
जबकि इंटीग्रेटेड जीएसटी के तौर पर 62,842 करोड़ रुपये हासिल हुए. इंटीग्रेटेड जीएसटी के कुल संग्रह में से 31,097 करोड़ रुपये वस्तुओं के आयात पर राजस्व रूप में जुटाए गए.
सिर्फ सेस से कमाए 8,757 करोड़
जीएसटी के तहत 28% की दर के ऊपर कुछ वस्तुओं पर सरकार 15% तक का सेस लगाती है. सेस से होने वाली आय राज्यों के राजस्व नुकसान की भरपाई में काम आती है. सरकार ने अकेले इस मद से मार्च में 8,757 करोड़ रुपये राजस्व जुटाया है. इसमें 935 करोड़ रुपये आयातित वस्तुओं से जुटाए गए हैं.
पिछले साल मार्च से 27% अधिक राजस्व
सरकार ने जानकारी दी कि मार्च 2021 का जीएसटी संग्रह पिछले साल मार्च के मुकाबले 27% अधिक है. पिछले साल मार्च में सरकार ने 97,590 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन किया था.
लगातार छठे महीने एक लाख करोड़ से अधिक
यह लगातार छठा महीना है जब देश में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का जीएसटी संग्रह हुआ है. मार्च 2021 में हुआ जीएसटी संग्रह 2015 में इसके लागू होने के बाद अब तक का सबसे उच्च स्तर है.
राज्यों को दिया 30,000 करोड़ का मुआवजा
केंद्र सरकार ने जानकारी दी है कि मार्च 2021 में उसने राज्यों को राजस्व हानि के मुआवजे के तौर पर 30,000 करोड़ रुपये जारी किए. वहीं महाराष्ट्र सबसे अधिक जीएसटी संग्रह करने वाला राज्य रहा जिसने 17,038.49 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह किया.