हाथरस गैंगरेप मामले में पूरे देश में उबाल देखा जा रहा है. इस बीच पीडि़ता की भाभी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह और उनका परिवार नार्को टेस्ट नहीं कराएगा, क्योंकि वह झूठ नहीं बोल रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने डीएम और एसपी के भी नार्को टेस्ट की मांग की.
पीडि़ता की भाभी ने कहा कि कल यहां कोई एसआईटी की टीम नहीं आई थी. परसों पूछताछ हुई थी. डीएम साहब बोलते हैं कि तुम्हारी बेटी अगर कोरोना से मर जाती तो क्या कर लेते. तब तो मुआवजा भी नहीं मिलता. बॉडी दिखाने की बात पर डीएम ने कहा कि बहुत कटी-फटी हालत में है. तुम लोग नहीं देख पाओगे. दस दिन तक खाना नहीं खा पाओगे.
पीडि़ता की भाभी ने कहा कि हम सच बोल रहे हैं, हम नार्को टेस्ट नहीं कराएंगे. डीएम और एसपी का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए. वे लोग झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस से पूछिए किसने बॉडी जलाई. हमने शव जलते हुए नहीं देखा. हमें नहीं पता किसका अंतिम संस्कार हुआ था. परिवार पर बार-बार बयान बदलने के लग रहे आरोपों पर पीडि़ता की भाभी ने कहा कि जब पीडि़ता खुद बोल रही है कि उसके साथ रेप हुआ तो वह झूठ कैसे हो सकता है.