लखनऊ. बहराइच निवासी आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की संदिग्ध मौत के मामले में उनके परिजनों ने आज हजरतंगज पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कराई है और तिवारी के परिजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिले।
हजरतगंज पुलिस स्टेशन के सर्किल आफिसर अवनीश कुमार मिश्रा ने बताया, ‘‘आईएएस अनुराग तिवारी की मौत के मामले में उनके भाई मयंक ने आज अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कराया है।’’
इससे पहले तिवारी के परिजन आज मुख्यमंत्री योगी से मिले और उनसे इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की। तिवारी के भाई मयंक ने मुख्यमंत्री से मिलने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘हम पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं इसलिये हम लोगों ने मुख्यमंत्री से सीबीआई जांच की मांग की है।’’
गौरतलब है कि आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी का शव 17 मई को हजरतगंज के मीराबाई मार्ग स्थित वीआईपी गेस्ट हाउस के निकट संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया था। स्व0 तिवारी बेंगलूरू में खाद्य,नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के विभाग में आयुक्त के पद पर तैनात थे। जिस जगह उनका शव पाया गया,वह अत्यंत कड़ी सुरक्षा वाले विधान भवन से लगभग एक किलोमीटर दूर है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने 18 मई को इस मामले की जांच के लिये एक विशेष जांच दल कोतवाली के सर्किल आफिसर के नेतृत्व में गठित एसआईटी से 72 घंटे में रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था। लेकिन एसआईटी ने रविवार शाम 72 घंटे बाद भी जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी।
इस संबंध में एसएसपी ने कहा था एसआईटी ने अभी तक अपनी रिपोर्ट नही सौंपी है,क्योंकि एसआईटी टीम घटना के हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। इसके साथ ही मामले की वास्तविकता जांचने के लिए फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी टीम की भी मदद ली जा रही है।मामले की जांच सीबीआई से करने के लिए जल्द ही डीजीपी जांच जल्द ही सीबीआई को रेफर कर सकते हैं।