कोरोना संक्रमण के चलते करीब चार महीने से लोग घर पर हैं। इस दौरान वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्लासेस का कल्चर बन गया है, जिसकी वजह से लोग कई दूसरी बिमारियों की गिरफ्त में आते जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण हमारी जीवन शैली में आया परिवर्तन है। एक रिसर्च के मुताबिक शहरों में रहने वाले करीब एक तिहाई लोगों का कहना है कि लॉकडाउन में उनका वजन बहुत बढ़ गया है। इसके अलावा काफी लोगों की ये भी शिकायत है कि उनके घुटनों में दर्द रहने लगा है।
वजन बढ़ने की वजह से लोगों को घुटनों में दर्द, अर्थराइटिस, बैक पेन और हड्डियों में दर्द जैसी समस्याएं होने लगी हैं। लॉकडाउन के दौरान लोगों को हो रही ऑर्थोपेडिक की समस्या के पीछे पांच मुख्य कारण हैं। जैसे-वजन बढ़ना, लाइफस्टाइल बिगड़ना, व्यायाम ना करना या कम करना, गलत तरीके से लंबे समय तक बैठना और सूर्य की पर्याप्त रौशनी ना मिलने के कारण शरीर में विटामिन-डी की कमी होना।
इन दिनों डॉक्टर्स के पास सबसे ज्यादा शिकायत घुटने में दर्द होने की आ रही हैं। इसके बाद बैक पैन और नेक पेन की समस्या काफी आम होती जा रही है। अगर इन समस्याओं की जड़ को समझने की कोशिश करें तो इसके चार बड़े कारण देखने को मिलते हैं।
- लॉकडाउन की वजह से घरों में मेड आना बंद हो गई हैं, जिसकी वजह से महिलाओं को घरेलू काम करना पड़ रहा है।
- लंबे समय तक गलत तरीके या पोजिशन में लैपटॉप या कंप्यूटर के सामने बैठने से दर्द की समस्या उत्पन हो रही है।
- लॉकडाउन के दौरान जंक फूड खाने की वजह से शरीर में फैट जयादा बढ़ रहा है।
- आपके रूटीन में अचानक आये बदलाव की वजह से रात को सोने और सुबह जागने के समय में परिवर्तन की वजह से नींद पूरी ना होना।
इसके अलावा कोविड-19 की वजह से लोगों ने सामाजिक दूरी बना ली है, जिससे लोग मानसिक परेशानियों जैसे डिमोटिवेशन, अकेलापन और डिप्रेशन जैसी बिमारियों से भी ग्रस्त हो रहे हैं जो उनके शरीर की हीलिंग पॉवर को कमजोर कर रही रही है। यह भी ऑर्थराइटिस और हड्डियों में दर्द जैसी समस्याओँ को बढ़ा रही है।
लॉकडाउन के दौरान इन सब परेशानियों से निकलने का भी तरीका है।अगर आपको या आपके परिवार में किसी को भी इनमें से कोई भी परेशानी है तो आप बिना डॉक्टर के पास गए कुछ उपाय अपनाकर इन परेशानियों से निजात पा सकते हैं।
- रोज अपने बिजी शेड्यूल में से आधा घंटा निकालें और घर पर ही व्यायाम या योग करें।
- सोने के लिए संतुलित और नियमित नियम का पालन करें और कोशिश करें कि आप हर रोज सात बजे से पहले बिस्तर छोड़ दें।
- जिस खाने में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट और तेल हो उसे खाने से बचें। इसके अलावा मिठाई और जंग फूड खाने से बचें।
- कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते हुए सही तरीके से बैठें।
इसके अलावा किसी डाइटीशियन की सलाह से अपने भोजन को संतुलित करके भी आप अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं।