डायबिटीज तेजी से बढ़ती हुई बीमारी है और यह उम्रदराज लोगों से लेकर वयस्कों, युवाओं और यहां तक कि टीनएजर्स में भी पैर पसार रही है. खराब खानपान की आदतें और बिगड़ा हुआ रूटीन डायबिटीज होने की एक बड़ी वजह है.
पैंक्रियाज में इंसुलिन की कमी से ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ने से होने वाली इस हेल्थ प्रॉब्लम में सबसे जरूरी है कि खानपान का ध्यान रखा जाए. डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अक्सर ब्लड शुगर लेवल हाई और कम होने की समस्या से जूझना पड़ता है. डेली रूटीन में अगर आप खाने से जुड़े रूल्स या कहें कि अच्छी आदतों को अपनाते हैं तो काफी हद तक ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखा जा सकता है.
ब्लड शुगर के हाई होने पर डायबिटीज के मरीज को आंखों की रोशनी कम होने से लेकर किडनी और दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ सकता है. डायबिटीज में स्ट्रोक का जोखिम भी काफी हद तक बढ़ जाता है और इसी वजह से बेहद जरूरी है कि डाइट में हेल्दी फूड्स को शामिल किया जाए और खाने के डेली रूटीन को सही रखा जाए.
सुबह का नाश्ता करने से पहले करें ये काम
डायबिटीज के पेशेंट्स को सुबह अपना ब्लड शुगर एक बार टेस्ट कर लेना चाहिए ताकि यह पता रहे कि किस तरह का खाना लेना अच्छा रहेगा और शरीर को इंसुलिन की जरूरत है या नहीं. सुबह को करीब 7 से 8 बजे के बीच फाइबर, प्रोटीन और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट से भरपूर नाश्ता करें. इसमें आप बेरीज, एक अंडा और बिना क्रीम का दूध और अंकुरित अनाज जैसी चीजें शामिल कर सकते हैं.
ब्लड शुगर को कैसे रखें नियंत्रित
खाने में न हो गैप
डायबिटीज के मरीजों को अपने खाने में ज्यादा गैप नहीं रखना चाहिए और बीच-बीच में हेल्दी स्नैक्स लेते रहना चाहिए. सुबह 10 बजे के आसपास कोई फल, ड्राई फ्रूट्स और नींबू पानी जैसी चीजें लें. इसी तरह शाम को 4 से 5 बजे के बीच भी अनाज का टोस्ट, सब्जियों का सूप, एक सेब या फिर शुगर फ्री चाय और बिना शक्कर की कुकीज ले सकते हैं.
दोपहर का लंच कैसा हो?
डायबिटीज में करीब 1 से 1:30 के बीच में लंच कर लेना सही रहता है. इसमें गेहूं की जगह मिक्स आटे की रोटी लें. इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का डर कम रहता है. दोपहर के खाने में सब्जियों का सलाद, दही, दाल, हरी सब्जियां शामिल करें.
डायबिटीज के पेशेंट्स के लिए कैसी हो डाइट
डिनर का समय रखें सही
डायबिटीज में अक्सर ज्यादातर लोगों को रात में ब्लड शुगर बढ़ने की शिकायत रहती है, इसलिए शाम को 7 से 8 बजे की बीच डिनर कर लेना चाहिए, ताकि खाने को पचाने के लिए सही समय मिल सके. साथ ही यह तय करें कि खाने में फाइबर, प्रोटीन से भरी चीजें हों. रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स वाले फूड्स को अवॉइड करें, हल्का खाना खाएं. डिनर के बाद कुछ देर वॉक पर जरूर जाएं.