मिशन इंद्रधनुष अभियान शिशुओं का कवच बनेगा मिशन। उन्होंने बताया कि सात मार्च से 15 मार्च तक सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान संचालित किया जाएगा। पिछले दिनों नियमित टीकाकरण से छूटे शून्य से तक के 7100 बच्चों और 3200 महिलाएँ चिन्हित हुई हैं। इनका टीकाकरण करने के लिए विशेष सत्र लगाए जा रहे हैं। । इस तरह गर्भवती और बच्चों का शत-प्रतिशत नियमित टीकाकरण कराकर लक्ष्य हासिल किया जाएगा।
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Monday, 07 Febraury, 2022
औरैया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव ने सोमवार को 50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय में सघन मिशन इन्द्रधनुष (आईएमआई – 4) का शुभारंभ किया। यह अभियान नियमित टीकाकरण से छूटे दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती के टीकाकरण के लिए शुरू किया गया है। एक सप्ताह तक चलने वाले अभियान के पहले चरण में नियमित टीकाकरण से छूटे दो साल तक के 7100 बच्चों और 3200 गर्भवती को टीके लगाए जाएंगे।
अभियान का अगला चरण 4 अप्रैल को एक-एक सप्ताह के लिए होगा आयोजित
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य ऐसे बच्चों और गर्भवती का टीकाकरण करना है, जो किन्हीं कारणों से नियमित टीकाकरण से वंचित हैं। इसके लिए उन क्षेत्रों का चयन किया गया है, जहां टीकाकरण का कवरेज कम है। सर्वे के दौरान ऐसे गांव, पुरवा, मजरा, कच्ची बस्तियों में टीकों से छूटे दो साल तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीके के लिए चिन्हित किया गया है। इसी तरह अभियान का अगला चरण 4 अप्रैल को एक-एक सप्ताह के लिए आयोजित होगा, जिसमें शेष वंचित बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा।
मिशन इंद्रधनुष अभियान शिशुओं का कवच बनेगा- सीएमओ
उन्होंने कहा कि मिशन इंद्रधनुष अभियान शिशुओं का कवच बनेगा मिशन। उन्होंने बताया कि सात मार्च से 15 मार्च तक सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान संचालित किया जाएगा। पिछले दिनों नियमित टीकाकरण से छूटे शून्य से तक के 7100 बच्चों और 3200 महिलाएँ चिन्हित हुई हैं। इनका टीकाकरण करने के लिए विशेष सत्र लगाए जा रहे हैं। । इस तरह गर्भवती और बच्चों का शत-प्रतिशत नियमित टीकाकरण कराकर लक्ष्य हासिल किया जाएगा। इसके साथ ही कोविड वैक्सीनेशन भी चलता रहेगा, जिन लोगों की ड्यू डेट आ गई है, वह अपना टीकाकरण करा लें ।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. राजेश मोहन गुप्ता, डॉ लाखन सिंह, डॉ अजय कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सहयोगी संस्था यूनीसेफ़ और यूएनडीपी के प्रतिनिधि समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
11 बीमारियों से होंगे प्रतिरक्षित
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. डीएन कटियार ने बताया कि अभियान में छूटे बच्चों को पोलियो, टीबी, हेपेटाइटिस-बी, गलघोंटू, काली खांसी, निमोनिया, टिटनेस, मेनिनजाइटिस खसरा रूबेला, रोटावायरस दस्त से बचाव संबधी 11 तरह के टीके निशुल्क लगाए जाएंगे। अभियान में वंचित गर्भवती को टीडी-1 व टीडी बूस्टर की डोज लगाई जाएगी।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर