कुछ वर्ष पहले तक भारत में पर्यटन व तीर्थाटन विकास पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता था। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद इसके महत्व को रेखांकित किया। पर्यटन व तीर्थाटन की भारत में अपार संभावना है। राजस्व व रोजगार दोनों की दृष्टि से इसका महत्व भी है। मोदी ने काशी और क्वेटो का उल्लेख इसी संदर्भ में किया था। जापान ने कई दशक पहले तीर्थाटन की दृष्टि से क्वेटो का विकास किया था। विश्वस्तरीय व्यवस्था बनाई गई। जबकि विश्व की सबसे प्राचीन नगरी काशी का इस रूप में विकास नहीं किया गया।
केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर्यटन व तीर्थाटन विकास की दिशा में कार्य कर रही है। देश व प्रदेश में इसके दृष्टिगत अनेक मार्गों व ढांचागत सुविधा का निर्माण किया जा रहा है। इसमें बारह हजार करोड़ रुपये से अधिक चारधाम यात्रा मार्ग भी शामिल है। सवा आठ सौ किमी लंबी चारधाम का नरेंद्र मोदी ने दो हजार सोलह में शुभारंभ किया था। अभी तक साढ़े तीन सौ किमी लम्बाई का कार्य पूरा हो चुका है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय,वन एव पर्यावरण मंत्रालय व उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा आगे के निर्माण की समीक्षा की गई। इस ऑनलाइन समीक्षा बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह प्रगति की ब्यौरा दिया। बताया कि चारधाम यात्रा मार्ग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के कारण इसका तेजी पूर्ण होना और भी आवश्यक है।
केंद्रीय पर्यावरण,वन मंत्रालय भी इसमें सहयोग कर रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चारधाम परियोजना से सम्बन्धित सभी प्रकार की क्लीयरेंस का निस्तारण तेजी के साथ किया जा रहा है। जिससे कार्य में व्यवधान ना हो। उत्तराखण्ड का पूरा क्षेत्र सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। चारधाम परियोजना का लाभ सामरिक सेवा को भी मिलेगा। केंद्रीय राज्यमंत्री बी के सिंह पूर्व जनरल है। वह भी इस ऑनलाइन बैठक में शामिल थे।
उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर इस मार्ग के सामरिक महत्व को रेखांकित किया। यह विश्वास व्यक्त किया कि सबके सहयोग से इसका निर्माण निर्धारित समय से पहले हो जाएगा। इसके लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के अपनी अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह कर रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी दावा किया कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना शीघ्र ही पूरी की जाएगी।इसके लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। केन्द्र एवं राज्य के अधिकारी आपसी समन्वय से काम कर रहे है।