केंद्रीय नेतृत्व ने एक बार फिर योगी आदित्यनाथ के प्रति अपना विश्वास व्यक्त किया। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में प्रत्यक्ष सहभागी होने वाले योगी एक मात्र मुख्यमंत्री रहे। इस बार नई दिल्ली में सीमित संख्या में ही लोग आमंत्रित किये गए थे। अन्य मुख्यमंत्री वर्चुअल माध्यम से कार्यकारिणी बैठक में सम्मलित हुए। इतना ही नहीं कार्यकारिणी में राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी भी योगी आदित्यनाथ को सौंपी गई। इसके पूर्व अनेक शीर्ष नेताओं ने योगी आदित्यनाथ की जम कर सराहना की थी।
प्रशासनिक व राजनीतिक मोर्चे पर उनकी सफलता को रेखांकित किया गया। पिछली सरकारों के दौरान उत्तर प्रदेश जाति मजहब की सियासत में सिमटा था। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को इस दायरे से निकाल कर विकास को प्रमुख मुद्दा बना चुके है। विपक्षी पार्टियां इसके लिए तैयार नहीं थी। उनके समीकरण बिल्कुल अलग रहे है। पहले राष्ट्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश की स्थिति दयनीय रहती थी। आज पैंतालीस योजनाओं के सफलता पूर्वक क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश नम्बर वन है।
वस्तुतः योगी आदित्यनाथ ने कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की मिसाल कायम की है। उत्तर प्रदेश को विस्तृत भूमि प्रबन्धन प्रणाली के भारत सरकार का राष्ट्रीय ई गवर्नेंस स्वर्ण पुरस्कार प्रदान किया गया था। उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पहले छठवें स्थान पर थी। आज दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरी है। पहले उत्तर प्रदेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में देश में चौदहवें स्थान पर था। सरकार की नीतियों से दूसरे स्थान पर आ गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत प्रदेश में दो करोड़ इकसठ लाख शौचालय बनवाये गये हैं। पिछले साढ़े चार वर्षाें के दौरान प्रदेश में तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है।
परम्परागत उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए ओडीओपी योजना आज देश की लोकप्रिय योजना है। उत्तर प्रदेश में चार वर्ष पहले बारह मेडिकल कॉलेज थे। अब उनकी संख्या चार गुनी हो गई है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत प्रदेश के ढाई करोड़ बयालीस लाख किसानों को लाभान्वित किया गया है। इसके लिए राज्य को भारत सरकार से प्रथम पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। प्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में चालीस लाख आवास उपलब्ध कराए गए हैं। करीब ढाई करोड़ से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से लाभान्वित किया गया। चौवन लाख कामगार श्रमिक,स्ट्रीट वेण्डर्स आदि को भरण पोषण भत्ते का लाभ मिला। पन्द्रह करोड़ गरीब परिवारों को कोरोना काल में निःशुल्क राशन प्रदान किया गया।
एक करोड़ अड़तीस लाख घरों में निःशुल्क विद्युत कनेक्शन दिए गए हैं। सत्तासी लाख से अधिक लोगों को वृद्धावस्था महिला व दिव्यांगजन पेंशन दी गई हैं। हर घर नल योजना के तहत तीस हजार ग्राम पंचायतों में शुद्ध पेयजल योजना लागू की गई है।पांच एक्सप्रेस वे पर कार्य प्रगति पर है। हर जिला मुख्यालय को फोर लेन से तथा तहसील मुख्यालयों और विकास खण्ड मुख्यालयों को दो लेन से जोड़ने की कार्यवाही की जा रही है। यह संयोग था कि कार्यकारिणी बैठक के समय ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विश्व का सर्वाधिक लोकप्रिय घोषित हुए। अमेरिकी शोध फर्म मोर्निंग कंस्लट ने विश्व स्तर पर नेताओं की अनुमोदन रेटिंग में नरेंद्र मोदी सर्वाधिक प्रतिशत के साथ शीर्ष पर प्रतिष्ठत हुए। दुनिया में नरेंद्र मोदी की सर्वाधिक स्वीकार्यता है। उन्हें सत्तर प्रतिशत का स्कोर प्राप्त हुआ है। उनके बाद मेक्सिको के राष्ट्रपति लोपेज़ ओब्रेडोर छाछठ प्रतिशत और इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी अट्ठावन प्रतिशत के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
इस प्रकार ग्लोबल अप्रूवल रेटिंग के साथ नरेंद्र मोदी पुनः विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता बने। कार्यकारिणी की बैठक में इसका भी उत्साह दिखाई दिया। इसे भाजपा ही नहीं बल्कि देश के लिए गर्व व सम्मान का विषय बताया गया। यह अंत्योदय एवं आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को चरितार्थ करने हेतु मोदी के परिश्रमी व दूरदर्शी नेतृत्व पर जनता के विश्वास का प्रतिफल है। यह प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व पर जनता के विश्वास को उजागर करता है।
रेटिंग का उच्चतम प्रतिशत उनके जन केंद्रित शासन, वैश्विक लोकप्रियता,कद और नेतृत्व का एक प्रमाण है। जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन चवालीस प्रतिशत और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन चालीस प्रतिशत पर ही संतोष करना पड़ा। इसी प्रकार योगी मॉडल की भी दुनिया में चर्चा हुई थी। उन्हें देश का सर्वाधिक लोकप्रिय मुख्यमंत्री माना जाता है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रस्तुत अठारह विषयों पर चर्चा हुई।
वर्तमान सरकार ने विगत सात वर्षों में अभूतपूर्व कार्य किये है। इनके उल्लेख के साथ पश्चिम बंगाल की हिंसा और विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को निंदनीय बताया गया। कहा गया कि विपक्ष की राजनीति केवल ट्वीट से चलती है। दूसरी तरफ वर्तमान सरकार सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की भावना से सेवा कार्यों में लगी है। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था चल रही है। भारत में कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान की आज पूरी दुनिया में सराहना हो रही है। जम्मू कश्मीर में सकारात्मक परिवर्तन हो रहा है। यूपीए सरकार के समय किसानों के लिए बजट में तेईस हजार करोड़ रुपये व्यय करने की व्यवस्था थी। वर्तमान सरकार के बजट पेश में किसानों के लिए एक लाख तेईस हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। देश में सौ करोड़ से अधिक टीकाकरण का कार्य हो चुका है। डब्ल्यूएचओ भी भारत द्वारा निर्मित को वैक्सीन को मान्यता दे चुका है। नरेंद्र मोदी सरकार के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में सर्वांगीण विकास हो रहा है।
कार्यकारिणी में सेवा ही समर्पण,आत्मनिर्भर भारत अभियान और वोकल फॉर लोकल का भी सन्देश दिया गया। इनके माध्यम से देश के समग्र विकास को आगे बढ़ाया जा रहा है। योगी द्वारा प्रस्तुत राजनीतिक प्रस्ताव में वन नेशन वन राशन कार्ड जम्मू कश्मीर में सुधार व विकास आपदा प्रबंधन,निर्धन कल्याण के कार्य आदि का भी उल्लेख किया गया। कोरोना कालखण्ड में देश के अस्सी करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन दिया गया। डिजिटल और डीबीटी माध्यम से बिचौलिया व्यवस्था समाप्त की गई। लोगों तक शत प्रतिशत लाभ पहुंचना सुनिश्चित हुआ। निर्धन वर्ग को आवास शौचालय,बिजली कनेक्शन,रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत डेढ़ लाख करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि सीधे किसानों के खाते में भेजी जा चुकी है। एमएसपी को डेढ़ गुना बढ़ाया गया। किसान क्रेडिट कार्ड बांटा गया। हर खेत तक सिंचाई सुविधा पहुंचाई गई। गांवों में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया गया। राजनीतिक प्रस्ताव में आत्मनिर्भर पैकेज और आजादी के अमृत महोत्सव का भी उल्लेख किया गया। विपक्ष पर जम कर प्रहार भी किया गया। कहा गया कि प्रधानमंत्री विदेश में भारत की छवि बनाने का काम कर रहे हैं, जबकि विपक्ष उसे खराब करने में लगा है।