लखनऊ/अलीगढ। उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कल 14 सितम्बर को अलीगढ में जाट राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम पर स्थापित होने वाले विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया जाएगा। सरकार की इस पहल से लोग काफी उत्साहित है।
उन्होंने कहा कि राजा महेन्द्र प्रताप सिंह एक महान स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ ही शिक्षा की अलख जगाने के लिए हमेशा कटिबद्ध रहे। उन्होंने अपनी जमीन तमाम शैक्षिक संस्थाओं की स्थापना के लिए दान में दी थी। देश की पहली तकनीकी संस्था उनके द्वारा दान में दी गई जमीन पर ही स्थापित हुई थी। अलीगढ विश्वविद्यालय के विस्तार के लिए भी उन्होंने अपनी जमीन लीज पर दी थी। वे किसी भी प्रकार के भेदभाव को मानवता पर अत्याचार मानते थे। इस विश्वविद्यालय की स्थापना समाज और राष्ट्र के लिए उनके योगदान के प्रति कृतज्ञता मात्र है।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होने कहा कि पिछली सरकारों के समय में यूपी की शिक्षा प्रणाली ध्वस्त हो गई थी। हमारे शिक्षा तंत्र को सम्मान की नजर से नहीं देखा जाता था। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था सी ग्रेड में रखी जाती थी पर पिछले साढे चार साल के अथक प्रयासों के बाद आज प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था देश के लिए उदाहरण बन गई है। परीक्षा की शुचिता को वापस लाकर नकलविहीन परीक्षा का अनुकरणीय माडल बनाया है।
आज यूपी की शिक्षा व्यवस्था फिर से ए ग्रेड में रखी जा रही है तथा ज्ञान और संस्कार के मूृल तत्व इसमें वापस आ चुके हैं। प्रदेश में करीब 12 नए विश्वविद्यालयों की स्थापना हुई है। प्रदेश में पिछले साढे चार साल में क्रान्तिकारी बदलाव आया है। यूपी की छवि पूरी तरह से बदल गई है। कभी हर क्षेत्र में फिसड्डी रहने वाला यूपी आज लगभग 44 योजनाओं में अव्वल नम्बर पर है। इस बदले हुए उत्तर प्रदेश को संवारने में प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कडी मेहनत शामिल है।
प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक बिजली पानी सहित हर क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ है। नोयडा आज देश में आईटी का हब बन चुका है। देश में बनने वाले प्रत्येक 100 मोबाइल में से 70 मोबाइल नोयडा में बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि साढे चार साल में इतना विकास हुआ है कि विपक्ष विकास कार्य को लेकर सरकार का मुकाबला करने की स्थिति में नहीं है। विपक्ष में कोई ऐसा नेता नहीं है जिसने इस समय में विकास अथवा जनता के मुद्दे पर कोई आन्दोलन किया हो। ऐसा इसलिए है क्योकि भाजपा की सरकार में विकास कार्यों के सभी रिकार्ड टूट गए हैं।
विपक्ष के नेताओं के दौरों को राजनैतिक पर्यटन बताते हुए उन्होंने कहा कि भगवान राम के अस्तित्व को नकारने तथा राम भक्तों व साधु संतों पर गोली लाठी चलवाने वालों को भी चुनाव के समय भगवान राम याद आ गए हैं। विपक्ष के इन दलों में कोई ऐसा नेता नहीं है जो चुनाव के पूर्व कभी भगवान राम के दर्शन के लिए गया हो। जनता सब जानती है और वे अपने इन हथकंडों से जनता को भ्रमित नहीं कर पाएंगे। विपक्ष के जातीय सम्मेलनों पर उन्होंने कहा कि 2017 में भी इसी प्रकार का दुष्चक्र फैलाया गया था। तमाम जातीय सम्मेलन किए गए थे तथा 2019 में भी यह चरम पर था।
बुद्धिजीवी वर्ग को विभाजित करने का षडयंत्र किया गया था। इसके बावजूद विपक्ष 2017 से लेकर आज तक हुए सभी चुनाव में पराजित हुआ है। ब्राह्मण एक जाति नहीं बल्कि संस्कार है। राष्ट्र के लिए समर्पित भाव से जीने की एक पद्धति है। जो अपनी भारतीय संस्कृति और परम्परा और देवी देवता को पूजित करने के साथ ही समाज के कल्याण की भावना रखता है। वह देखता है कि राष्ट्र के लिए कौन काम कर रहा है। क्या वह राम भक्तों पर गोली चलवाने वालों के साथ जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने अलीगढ के नौरंगाबाद स्थित एस जे डी इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षक प्रबंधन तथा प्रबुद्धजनों के साथ संवाद भी किया। उन्होंने ग्राम लोधा में बनने वाले राजा महेन्द्र प्रताप विश्वविद्यालय के शिलान्यास स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया एवं प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों को भी देखा। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि तथा जिला प्रशासन पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम में विधायक जेवर धीरेन्द्र सिंह, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सुनील भराला, एमएलसी मानवेन्द्र सिंह, एमएलसी श्रीचन्द्र शर्मा तथा जिलाध्यक्ष ऋषि पाल आदि उपस्थित रहे।