मध्य प्रदेश के ग्वालियर से खाकी को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. आरोप है कि 3 पुलिसवालों ने सटोरियों पर कार्रवाई के दौरान 23 लाख 15 हजार रुपये की वसूली की. पुलिसवालों ने डरा-धमकाकर इस घटना को अंजाम दिया.
मामला सामने आने के बाद एसएसपी ने तीनों को सस्पेंड कर दिया है. उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं. फिलहाल, सभी आरोपी पुलिसवाले फरार हैं.
जानकारी के मुताबिक, मामला ग्वालियर के गोला का मंदिर थाने का है. यहां सब इंस्पेक्टर मुकुल यादव को एमके सिटी स्थित फ्लैट नंबर-105 में एशिया कप क्रिकेट मैच पर सट्टा लगवाने की खबर मिली थी. इसके बाद क्राइम ब्रांच के मुख्य आरक्षक विकास तोमर और आरक्षक राहुल यादव ने एक व्यक्ति के साथ मौके पर पहुंचकर छापा मारा. इस दौरान पुलिस ने 15 सट्टेबाजों को पकड़ा. उनके पास से 10 हजार रुपये और दो मोबाइल बरामद किए. साथ ही सट्टेबाजों से दो लैपटॉप, 30 मोबाइल और 2 करोड़ रुपये का हिसाब-किताब भी मिला.
आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
आरोप है कि इसके बाद एसआई मुकुल यादव ने सट्टेबाजों को पिस्टल दिखाकर धमकाया. बैंक खातों की जानकारी न देने पर जिंदगी भर जेल में सड़ने की धमकी दी. फिर सट्टेबाजों के दो खातों से 23 लाख 15 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए. इस बारे में उन्हें किसी से बताने से मना किया.
इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें सिरोल थाना पुलिस को सौंप दिया. अगले दिन ये बात पुलिस अधिकारियों तक पहुंच गई. फिर सिरोल थाना पुलिस ने सट्टेबाजों से पूछताछ करके उनके बयान दर्ज किए और आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच के आदेश दिए.
‘कितने लोगों से वसूली कर चुके हैं आरोपी पुलिसवाले’
इस मामले में एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि इस तरह का शर्मनाक काम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. इस बाबत जल्द जांच पूरी करने के आदेश दिए गए हैं. आरोपी पुलिसवालों की तलाश कर पुलिस जल्द गिरफ्तार करेगी.
उन्होंने आगे बताया कि आरोपी पुलिसवालों के साथ और कौन-कौन लोग इस मामले में शामिल है, इसकी भी जांच की जाएगी. साथ ही आरोपी पुलिसवाले इससे पहले कितने लोगों से वसूली कर चुके हैं, इसका भी पता लगाया जाएगा.