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झारखंड में भी ज्योति मौर्या जैसा किस्सा, पति ने मजदूरी कर नर्स बनाया, अब पत्नी ने दिया धोका

झारखंड में भी यूपी के प्रतापगढ़ वाला ज्योति मौर्या जैसा किस्सा हुआ है। दरअसल, झारखंड के साहिबगंज जिला के एक शख्स ने दावा किया है कि उसने अपनी पत्नी को पढ़ा-लिखाकर नर्स बनाया और अब वह उसके साथ रहने से इनकार कर रही है।

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झारखंड में भी ज्योति मौर्या जैसा किस्सा पति ने मजदूरी कर नर्स बनाया

शख्स का दावा है कि उसने अपनी पत्नी की पढ़ाई में तकरीबन 4.5 लाख रुपये खर्च किए और जब वह नौकरी करने लगी तो उसे अपनाने से इनकार कर दिया। शख्स का यह भी कहना है कि उसकी पत्नी 14 अप्रैल 2023 से ही लापता है। पत्नी के साथ उनका 10 साल का बेटा भी है।

शख्स ने अब जिला अदालत, डीसी और पुलिस अधीक्षक के पास आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। शख्स का कहना है कि उसने पत्नी को पढ़ाने के लिए गुजरात में मजदूरी की। ट्रैक्टर चलाया। कन्हाई का आरोप है कि पत्नी 28 हजार रुपये और ज्वेलरी लेकर भी लेकर भाग गई है। उसने वरीय पदाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई।

कन्हाई का कहना है कि 2 लाख रुपये फीस देने के अलावा उसने 2 साल में कल्पना की पढ़ाई, रेंट, कॉपी-किताब और अन्य जरूरतों पर 2.5 लाख रुपये खर्च किए। इसकी वजह से वह कर्ज में डूब गया। जब पत्नी ट्रेनिंग पूरी कर वापस लौटी तो साहिबगंज में ही जुमावती नर्सिंग होम में बतौर नर्स ज्वॉइन किया।

इधर, कन्हाई ट्रैफ्टर चलाकर और मजदूरी करके कर्ज चुकाता रहा। इस बीच एक दिन पत्नी ने उससे कहा कि ऐसे रोजाना 200-250 रुपये की कमाई में कर्ज कैसे उतरेगा। उसे कहीं बाहर जाकर कमाना चाहिए। कन्हाई ने कहा कि मुझे भी पत्नी की बात सही लगी क्योंकि वह पढ़ी-लिखी थी। मुझे लगा कि वह परिवार के लिए अच्छा ही सोचेगी। इसलिए मैं कमाने के लिए गुजरात के वापी चला गया।

यह पूरा मामला साहिबगंज जिला के बोरियो प्रखंड अंतर्गत बांझी बाजार का है। बांझी बाजार निवासी कन्हाई पंडित की शादी वर्ष 2009 में बोरियो प्रखंड के ही तेलो, बथान टोली की कल्पना कुमारी से हुई थी। शादी के बाद कल्पना ने आगे पढ़ने की इच्छा जाहिर की। कन्हाई का कहना है कि उसने आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए पत्नी की पढ़ाई जारी रखने में असमर्थता जताई लेकिन पत्नी की जिद के आगे मान गया।

कन्हाई ने पत्नी की पढ़ाई के लिए बोरियो में ही मकान बनवाया और वहीं पत्नी का दाखिला शिबू सोरेन जनजातीय महाविद्यालय में करा दिया। यहां कल्पना ने 5 साल तक पढ़ाई की और फिर नर्सिंग ट्रेनिंग लेने की इच्छा जाहिर की। कन्हाई ने कर्ज लेकर जमशेदपुर स्थित एक नर्सिंग कॉलेज में कल्पना का दाखिला करा दिया। कन्हाई का दावा है कि वो खुद पत्नी के साथ जमशेदपुर स्थित नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर में गया और 2 लाख रुपये नगद फीस का भुगतान किया। कल्पना ने 2 साल यहां एएनएम की ट्रेनिंग ली।

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