अमौली/फतेहपुर। घरेलू विवाद के चलते पत्नी ने धन बल का प्रयोग करते हुए पति एवं ससुरालीजनों पर झूंठा मुकदमा लिखवाया। अपनी चाल चलन के चलते पत्नी अपनी ससुराल में विगत 19 वर्षों से नहीं रह रही है। मामला थाना चांदपुर के ग्राम अमौली का है जहां पति पत्नी के आपसी विवाद के चलते पत्नी द्वारा पति एवं ससुराली जनों के ऊपर झूठी तहरीर देकर 8 सितंबर 21 को विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया। पीड़ित पति जितेंद्र ने बताया कि उसकी शादी 21 फरवरी 2000 को कानपुर में हुई थी परंतु पत्नी सरोज शादी के दिन से ही पति व ससुराली जनों को प्रताड़ित करती रही थी, उसके कर्कश व्यवहार व आए दिन गाली गलौज, झगड़े और पुलिस बुलाने की धमकियों से ससुराली जन मानसिक रूप से एवं सामाजिक प्रतिष्ठा नष्ट होने से अत्यंत परेशान रहते थे। सरोज की बहन मीनाक्षी व भाई संजय भी आए दिन गुंडों को लेकर आती पुलिस में जाने को धमकाती, गाली गलौज करती रहती थी ताकि जितेन्द्र मानसिक रूप से परेशान हो जाये व आत्म हत्या करले जिससे उसकी सम्पत्ति हड़प लें। ससुराली जन आज तक यह मानसिक शारीरिक सामाजिक उत्पीड़न सह रहे हैं।
सरोज ने अपनी बदचलनी के चलते 2002 में अपने पति की अनुपस्थिति में ससुराल से अपना सारा सामान व जेवर लेकर आए हुए अज्ञात लोगों के साथ अपने मायके चली गई वहीं पर उसके सितंबर 2002 में एक लड़की हुई। सरोज के इस कृत्य, प्रताड़ना एवं सामाजिक बदनामी को बर्दाश्त ना कर पाने के कारण ससुर को हार्ट अटैक आया जिससे उनकी असामायिक मृत्यु हो गई। अपने ससुर की मृत्यु के बाद भी सरोज व लड़की जितेंद्र की खबर लेने नहीं आए। 2006 में सरोज ने अपने पति के ऊपर मेंटेनेंस का मुकदमा दायर कर दिया जिस पर पति जितेंद्र ने ही 2007 में समझौता कर लिया परंतु कोर्ट के आदेश के बाद भी नही आई बहुत मिन्नतों पर किसी तरह लड़की को भेजा।
पति अपनी लड़की शुभान्सी को अमौली में स्वामी परमानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाने लगा जहां से 2009 में सरोज ने अपने रिश्तेदार राजेंद्र दीक्षित द्वारा लड़की का अपहरण करा लिया जिस पर कुलखेड़े गाँव में हुई पंचायत में जितेन्द्र द्वारा बहुत प्रयास करने पर भी वह ससुराल आने को राजी नहीं हुई। बार-बार प्रयास करने के बाद भी ससुराल न आने के पीछे का कारण शादी के पूर्व से ही उसके कई लोगों से अवैध संबंधों का होना पति के संज्ञान में आया। जिसके कारण वह ससुराली जनों को प्रताड़ित करती रही और बहाने से अपने मायके में आज तक रह रही है। सन 2011 में जितेंद्र को टेस्टीकुलर मिक्स जर्म ट्यूमर कैन्सर होने के कारण राजीव गांधी कैंसर हॉस्पिटल नई दिल्ली में दो ऑपरेशन एवं कई कीमोथेरेपी व इलाज हुआ जिसके चलते जितेन्द्र पर लाखों का कर्जा हो गया। आज तक फालोअप चल रहा है। पत्नी द्वारा किए गए कर्कश व्यवहार व ससुराली जनों की जान से मारने व झून्ठे मुकदमे में फंसा देने की धमकियों से हुयी मानसिक प्रताड़ना के चलते जितेंद्र को शुगर व हाई बीपी की बीमारी ने भी जकड़ लिया।
2016 में कालेज की नौकरी से निकाले जाने के कारण इलाज में हुए खर्च का कर्जा व वर्तमान में कैन्सर, सुगर व हाई ब्लड प्रेशर के इलाज का खर्चा ना उठा पाने की मजबूरी के चलते घर एवं खेत बेचने पड़े परंतु सरोज व उसकी लड़की ने किसी भी प्रकार का सहयोग देने व आने से साफ इनकार कर दिया ऊपर से मानसिक व समाजिक प्रताड़ना और बढ़ा दिया।
मई 2019 में सरोज व उसकी लड़की शुभांशी ने स्थानीय तत्वों की मदद से अपनी ससुराल में घर का ताला तोड़कर 20 कुंतल गेहूं व अन्य सामान लूट कर गेहूँ स्थानीय व्यापारी अनूप तिवारी को बेंच दिया परन्तु तहरीर देने पर भी प्रशासन द्वारा कोई दंडात्मक कार्यवाही न होने के कारण बुलन्द हौसले से पुन: 14 जुलाई 2021 को विक्रीत घर का ताला तोड़कर सरोज व ससुराली जनों ने नगदी, जेवर आदि की लूट को अंजाम दिया इस बार भी डायल 112 नम्बर EVENT: P14072107582; PRV: UP32 DG 1170 Mob: 7311151170; 112 UP के जवानों ने मौका मुआयना किया व पुलिस में तहरीर दी पर सरोज, शुभांशी व उनके साथियों पर कोई कानूनी कार्यवाही नही हुयी। जिससे सरोज का मनोबल बढ़ गया व कानून का भय समाप्त होने के कारण कई बार जितेंद्र को जान से मारने का प्रयास किया।
सरोज ने 2019 में पति के ऊपर धारा 125 मेनटीनेन्श का मुकदमा किया जो पारिवारिक न्यायालय कानपुर में विचाराधीन हैं। सरोज ने पति जितेंद्र एवं अपने ससुराली जनों के ऊपर कई बार झूंठे मुकदमें लिखवाने का असफल प्रयास कर चुकी है। इस बार धन बल का प्रयोग करते हुए कूट रचित, असत्य एवं तथ्यहीन मुकदमा लिखवाने में सफल हो गई जिसके कारण ससुराली जन एवं पति जो कैंसर, शुगर व हाई ब्लड प्रेशर जैसी भयंकर बीमारियों से पीड़ित है जिसका सरोज की क्रूरता के चलते 17 किलो वजन कम हो गया व 75 वर्षीय वृद्ध माता दर-दर भटकने को मजबूर होकर न्याय हेतु न्यायालय प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं।