लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री जी के तमाम वादों और कथित आदेशों के बावजूद प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति में तनिक भी सुधार नज़र नहीं आ रहा है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं नहीं घटती हो। राजधानी लखनऊ में भी अपराधों पर कोई नियंत्रण नहीं हो रहा है। लोग आशंकाओं में जी रहे हैं। ‘हत्या प्रदेश‘ में बुजुर्ग नागरिकों और बेटियों तक की सुरक्षा करने वाला कोई नहीं है।
आजमगढ़ में ट्रिपिल मर्डर, मुजफ्फरनगर में नाबालिग से चलती गाड़ी में रेप, काकोरी में महिला का जंगल में शव, रिसिया (बहराइच) में छह वर्षीय बालिका की निर्मम हत्या, तीन दिन से लापता बच्ची का क्षत-विक्षत शव मिला, लखीमपुर खीरी में छेड़छाड़ की रिपोर्ट न लिखी जाने पर युवती ने कीटनाशक पीकर जान दी और बापू भवन के अंदर क्षुब्ध किसान ने खुद को आग लगा ली। बलिया में युवती दरिंदगी की शिकार, बहराइच जेल में कैदी पूर्व प्रधान की मौत, हत्या होने का आरोप, देवरिया में मुनीम की हत्या। ये तो बानगी है कि भाजपा राज में किसी की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है।
कानून व्यवस्था का वादा कर उत्तरप्रदेश वासियों को अपराध व्यवस्था देने वाली भाजपा सरकार सिर्फ और सिर्फ अपने जंगलराज के लिए जानी जाएगी। अपराधिक घटनाओं की कई दिनों तक एफआईआर तक दर्ज नहीं होती है। पीड़ित का उत्पीड़न आम बात है। पुलिस अपराधियों को भाजपा नेताओं के कहने पर संरक्षण देती नज़र आती है। प्रशासनिक मशीनरी राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते पंगु हो चली है।
उत्तरप्रदेश में बेखौफ अपराधी लगातार कहर बरपा रहे हैं। भाजपा सरकार उत्तरप्रदेश वासियों के सुख, चैन और शान्ति की दुश्मन बन गई है। भाजपा सरकार अपनी वादाखिलाफी के लिए भी याद की जाएगी जिसने किसानों, नौजवानों, गरीबों, पिछड़ों सबको धोखा दिया है।