बरसात के बाद उत्तराखंड में आपदा जैसे हालात हैं। बरसात के बाद मलबे में दबकर कीर्तिनतगर और यमकेश्वर ब्लॉक में एक-एक महिला की मृत्यु हो गई।मसूरी में दोपहर बाद हुई मूसलाधार बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया।बारिश के कारण मसूरी देहरादून मार्ग गलोगी के पास मलबा आने से बंद हो गया।
इसके चलते सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।देहरादून में अतिवृष्टि के बाद पांच सहित प्रदेशभर में 12 लोग लापता हो गए हैं। मलबे में करीब एक दर्जन मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
पूरे उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते 21 स्टेट हाईवे समेत कुल 195 सड़कें बंद होने का आंकड़ा देते हुए लोक निर्माण विभाग ने इस मॉनसून में अब तक 75 करोड़ का नुकसान विभाग को होने की बात भी कही.
चमोली ज़िले में कई ग्रामीण सड़कों समेत नेशनल हाईवे की हालत खराब होने से हज़ारों की संख्या में यात्री जहां-तहां फंसे हुए हैं.भारी बरसात के बाद गंगा, काली, सरयू आदि नदियां उफान पर हैं। भूस्खलन से केदारनाथ हाईवे सहित प्रदेशभर में कई सड़कें बंद हो गईं हैं।
नदियों के उफान पर आने से प्रशासन ने तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया है। बरसात के बाद भूस्खलन से कई मकान भी मलबे में दब गए हैं।लगातार बारिश के चलते उफन रहे नाले के कारण लामबगड़ में हाईवे का करीब 10 मीटर हिस्सा बह जाने से यहां यातायात पूरी तरह ठप है और इसे ठीक होने में काफी समय भी लग सकता है.