चीन और ताइवान के बीच तनाव गहराता नजर आ रहा है। लगातार बढ़ते चीनी सैन्य परीक्षण ताइवान की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन गए हैं।
बड़ा खतरा बन गए
- ताइवान ने अपनी एक वार्षिक रक्षा रिपोर्ट में इस संबंध में चीन को चेताया है।
- यह दोनों देशों के बीच गहराते तनाव को प्रमुखता से दर्शाता है।
- गौरतलब है कि ताइवान को चीन अपने क्षेत्रीय हिस्से के तौर पर देखता है।
- 1949 में एक गृह युद्ध के बाद दोनों पक्ष अलग हो गए थे।
- हालांकि ताइवान एक स्वशासित लोकतंत्र है, मगर औपचारिक रूप से कभी भी इसे स्वतंत्र घोषित नहीं किया गया।
- ताइवान राष्ट्रपति साइ इंग-वेन के पदभार संभालने के बाद से सैन्य परीक्षण कर रहा है।
- उन्होंने इस बात से इंकार कर दिया कि दोनों पक्ष एक चीन का हिस्सा हैं।
- इस साल चीन युद्ध विमानों ने ताइवान के आस-पास कम से कम 20 परीक्षणों का संचालन किया है।
- जबकि पिछले साल इसकी संख्या महज आठ थी।
- ताजा परीक्षण पिछले हफ्ते किया गया, जब कई चीनी विमान ताइवान के आस-पास से गुजरे।
- इन विमानों में जेट विमान भी शामिल थे।
- ताइवान के रक्षा मंत्री फेंग शी-कॉन ने कहा कि लगातार हो रहे परीक्षण
- देश की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन गए हैं।
- तेजी से बढ़ती चीनी सेना का मुकाबला करने के लिए ताइवान की सेना को कई प्रतिरोधक रणनीति अपनाने की जरूरत है।